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Coronavirus Update: हेल्थ केयर वर्कर्स पर मानसिक दबाव बढ़ा सकती है काेराेना की महामारी- शाेध

locationजयपुरPublished: Mar 26, 2020 11:32:22 pm

Coronavirus Update: कोरोनावायरस की महामारी इसके खिलाफ बचाव कार्य में जुटे कार्यकर्ताओं यानि फ्रंटलाइनरों के मानसिक स्वास्थ्य को खतरा पैदा कर सकती है, जिससे उनमें अवसाद, चिंता, अनिद्रा या संकट हो सकता है…

Coronavirus Update: हेल्थ केयर वर्कर्स पर मानसिक दबाव बढ़ा सकती है काेराेना की महामारी- शाेध

Coronavirus Update: हेल्थ केयर वर्कर्स पर मानसिक दबाव बढ़ा सकती है काेराेना की महामारी- शाेध

coronavirus Update: कोरोनावायरस की महामारी इसके खिलाफ बचाव कार्य में जुटे कार्यकर्ताओं यानि फ्रंटलाइनरों के मानसिक स्वास्थ्य को खतरा पैदा कर सकती है, जिससे उनमें अवसाद, चिंता, अनिद्रा या संकट हो सकता है। इस बात का खुलासा जामा नेटवर्क ओपन जर्नल में किया गया है।
शोध के अनुसार चीन में कोविड-19 के संपर्क में आने वाले 1,257 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में अधिकांश मनोवैज्ञानिक रूप से परेशान थे।

अध्ययन में वुहान के अस्पताल में काम करने वाले 493 चिकित्सकों, 764 नर्सों और 522 फ्रंटलाइन हेल्थ केयर वर्कर्स को शामिल किया गया। जिनमें से 50.4 प्रतिशत प्रतिभागियों ने अवसाद, 44.6 प्रतिशत ने चिंता, 34 प्रतिशत ने अनिद्रा, और 71.5 तनाव के लक्षणों की सूचना दी। इन सभी परेशानियों के पीछे, कोविड-19 मामलों की संख्या में भारी वृद्धि, वर्कलोड, सूचना अधिभार, अपर्याप्त व्यक्तिगत सुरक्षात्मक उपकरण और ड्रग्स आदि कारण शामिल थे।
शोध में यह भी कहा गया कि कोरोना का इलाज करने वाले चिकित्सक हीनता महसूस करने के साथ अपने परिवार में संक्रण फैलने की आंशका रखते थे।

शोधकर्ताओं ने कहा कि Covid-19 के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मानसिक भलाई को बढ़ावा देने के लिए तुरंत विशेष कदम उठाने की जरूरत है। क्योंकि स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं की सुरक्षा, सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का एक महत्वपूर्ण घटक है।
मलेशिया में फ्रंटलाइनरों की देखभाल करने की तत्काल आवश्यकता को समझते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने मर्सी मलेशिया तौर पर फ्रंटलाइनरों और भावनात्मक रूप से प्रभावित आम जनता के लिए एक मनोसामाजिक सहायता सेवा शुरू की है। सेवा का प्रबंधन स्वास्थ्य मंत्रालय के मनोवैज्ञानिकों और मर्सी मलेशिया के स्वयंसेवकों द्वारा किया जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन “कोविड-19 प्रकोप के दौरान मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक विचारों” के अनुसार, दबाव में महसूस करना स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए एक संभावित अनुभव है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि वर्तमान स्थिति में तनाव महसूस करना काफी सामान्य है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप काम नहीं कर सकते या आप कमजोर हैं। इस दौरान अपने मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक भलाई का प्रबंधन करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि अपने शारीरिक स्वास्थ्य का प्रबंधन।
WHO ने कोरोनो के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे लोगों को काम के दौरान या पारियों के बीच पर्याप्त आराम और राहत सुनिश्चित करने, पर्याप्त और स्वस्थ भोजन खाने, शारीरिक गतिविधि में संलग्न होने और परिवार और दोस्तों के संपर्क में रहने की सलाह दी है।
डब्ल्यूएचओ ने भी कहा अवसाद से दूर रहने के लिए कार्यकर्ता डिजिटल तरीकों से अपने प्रियजनों के साथ जुड़े रहें। क्योंकि संक्रमण के डर से कई स्वास्थ्य कर्मी अपने प्रियजनों के पास जाने से घबराहट महसूस कर सकते हैं।
संगठन के सलाह दी है कि सामाजिक सहयोग के लिए अपने सहयोगियों, अपने प्रबंधक या अन्य विश्वसनीय व्यक्तियों से बात करें। क्योंकि आपके सहकर्मियों को आपके समान अनुभव हो सकते हैं।

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