ऑक्सफोर्ड और रूस में हो रहे हैं क्लीनिकल ट्रायल
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस का टीका तैयार कर लिया है। और 18-55 साल तक के लोगों पर इस टीके के ट्रायल शुरू हो चुका हैं।ChAdOx nCoV-19 नाम की इस दवा को इंग्लैंड के दवा प्राधिकरण ने मंजूरी दी है।
रूस के वैज्ञानिकों ने भी दुनियाभर में फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बड़ी सफलता हासिल की हैं। रूस की वेक्टर स्टेट विरोलॉजी एंड बायोटेक सेंटर ने एक टीका तैयार किया है। जिसका ट्रायल जानवरों पर किया जा रहा है। इसके भी जल्द लॉन्च होने की उम्मीद की जा रही है।
आम नागरिक तक कब पहुंचेगा टीका
ड्यूक युनिवर्सिटी के प्रमुख जोनाथन क्विक का कहना है कि एक बार टीकों को सरकारी मंजूरी मिलने के बाद भी इसके रिएक्शन को ध्यान में रखना जरूरी होता है। हालांकि दुनिया के कई देशों में टीके तैयार करने का काम जारी है। लेकिन सभी सुरक्षा मानदंड़ों पर खरे उतरने के बाद ही आम लोगों को ये टीके उपलब्ध हो सकते हैं। साथ ही इसकी कीमत भी एक अहम रोल अदा करती है। काफी महंगे होने पर इसे आम लोगों तक पहुंचा पाना एक चुनौती ही है।
विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित विवरणों के अनुसार, ChAdOx1 nCoV-19 वैक्सीन पर प्रीक्लिनिकल कार्य रॉकी माउंटेन लैबोरेट्रीज (NIH / NIAID), औरऑस्ट्रेलिया की विज्ञान एजेंसी CSIRO में भारतीय मूल के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रोफेसर एसएस वासन के नेतृत्व में ‘CSIROROBUS कंसोर्टियम’ सहित कई भागीदारों के सहयोग से किया जा रहा है।