5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Coronavirus Update: ऑक्सफोर्ड में बना कोरोना का टीका, लोगों पर ट्रायल शुरू

Coronavirus Update: कोरोना के इस प्रकोप के बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है। और वो ये है कि कोरोना वायरस को मारने के लिए इंग्लैंड और रूस ने भी टीका तैयार कर लिया है। सबसे अच्छी बात ये है कि दोनों की टीकों के नतीजे काफी आशाजनक हैं...

2 min read
Google source verification
Coronavirus Update: COVID-19 vaccine opens for clinical trial on human

Coronavirus Update: ऑक्सफोर्ड में बना कोरोना का टीका, लोगों पर ट्रायल शुरू

coronavirus Update: कोरोना वायरस के दुनियाभर में बढ़ रहे संकट से अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और करीब 1 लाख 42 हजार लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके है। कोविड-19 का इलाज ढूंढने के लिए पूरी दुनिया में प्रसाय किए जा रहे हैं। ये मानिए कि Coronavirus महामारी से लड़ने के लिए अब पूरी दुनिया के साइंटिस्ट एकजुट हो गए हैं। कोरोना के इस प्रकोप के बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही है। और वो ये है कि कोरोना वायरस को मारने के लिए इंग्लैंड और रूस ने भी टीका तैयार कर लिया है। सबसे अच्छी बात ये है कि दोनों की टीकों के नतीजे काफी आशाजनक हैं।

ऑक्सफोर्ड और रूस में हो रहे हैं क्लीनिकल ट्रायल
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंग्लैंड की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस का टीका तैयार कर लिया है। और 18-55 साल तक के लोगों पर इस टीके के ट्रायल शुरू हो चुका हैं।ChAdOx nCoV-19 नाम की इस दवा को इंग्लैंड के दवा प्राधिकरण ने मंजूरी दी है।

रूस के वैज्ञानिकों ने भी दुनियाभर में फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बड़ी सफलता हासिल की हैं। रूस की वेक्टर स्टेट विरोलॉजी एंड बायोटेक सेंटर ने एक टीका तैयार किया है। जिसका ट्रायल जानवरों पर किया जा रहा है। इसके भी जल्द लॉन्च होने की उम्मीद की जा रही है।

आम नागरिक तक कब पहुंचेगा टीका
ड्यूक युनिवर्सिटी के प्रमुख जोनाथन क्विक का कहना है कि एक बार टीकों को सरकारी मंजूरी मिलने के बाद भी इसके रिएक्शन को ध्यान में रखना जरूरी होता है। हालांकि दुनिया के कई देशों में टीके तैयार करने का काम जारी है। लेकिन सभी सुरक्षा मानदंड़ों पर खरे उतरने के बाद ही आम लोगों को ये टीके उपलब्ध हो सकते हैं। साथ ही इसकी कीमत भी एक अहम रोल अदा करती है। काफी महंगे होने पर इसे आम लोगों तक पहुंचा पाना एक चुनौती ही है।

विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित विवरणों के अनुसार, ChAdOx1 nCoV-19 वैक्सीन पर प्रीक्लिनिकल कार्य रॉकी माउंटेन लैबोरेट्रीज (NIH / NIAID), औरऑस्ट्रेलिया की विज्ञान एजेंसी CSIRO में भारतीय मूल के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रोफेसर एसएस वासन के नेतृत्व में 'CSIROROBUS कंसोर्टियम' सहित कई भागीदारों के सहयोग से किया जा रहा है।