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इस डाइट से कम हाेती है डायबिटीज, दवाइयां भी हो सकती है बंद

locationजयपुरPublished: Dec 08, 2019 06:18:06 pm

Diabetes Control: “बॉडी क्लॉक” के अनुसार खाना खाने से मधुमेह वाले लोग ग्लूकोज के स्तर पर नियंत्रण हासिल करने के लिए इंसुलिन और अधिकांश एंटीडायबिटिक दवाओं के इंजेक्शन को काफी कम कर सकते हैं या बंद कर सकते हैं…

Diabetes Control In Hindi

इस डाइट से कम हाेती है डायबिटीज, दवाइयां भी हो सकती है बंद

Diabetes Control In Hindi: आप अगर टाइप 2 मधुमेह ये पीड़ित है ताे आपकाे डायबिटिज नियंत्रित रखने के लिए आमताैर पर दिनभर में लगभग छह बार खाने की सलाह दी जाती हाेगी। लेकिन एक नए अध्ययन के अनुसार इस तरह से खाना आपकी सेहत नुकसान पहुंचा सकता है। तेल अवीव विश्वविद्यालय, इसराइल के शोधकर्ताओं एक नए अध्ययन में इस बात का दावा किया है कि टाइप 2 डायबिटिज के राेगियाें काे दिन में छह बार खाना, नहीं बल्कि बॉडी क्लॉक के हिसाब से खाना ज्यादा फायदेमंद है।
शाेधकर्ताआें के अनुसार “बॉडी क्लॉक” के हिसाब से खाना खाने से वजन और डायबिटिज नियंत्रिण में मदद मिलती है। Body clock के अनुसार व्यक्ति को सुबह पेटभर खाना, दोपहर में सुबह से हल्का और रात में दोपहर से हल्का खाना चाहिए। 6 की जगह दिन में तीन बार भोजन करना जिसमें फल, ब्रेड और मिठाई शामिल हैं, टाइप 2 मधुमेह के लिए अधिक फायदेमंद हो सकते हैं।
प्रो. डेनिएला जकुबोविज़ के अनुसार आमतौर पर, डॉक्टर उन दवाओं को लिखते हैं जो Type 2 diabetes वाले व्यक्तियों को अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद करती हैं, साथ ही उपचार की सहायता के लिए अपनी आहार संबंधी आदतों को बदलने के तरीके के बारे में उन्हें सलाह देते हैं।
कई स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का मानना है कि टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए सबसे अच्छा तरीका पूरे दिन नियमित अंतराल पर अधिक, छोटे भोजन करना है। आमतौर पर विशेषज्ञ दिन में छह बार खाने की सलाह देते हैं। हालांकि, यह दृष्टिकोण समस्याओं का कारण बन सकता है।
जकुबोविज़ ने कहा कि इस प्रकार के आहार योजना का पालन करने वाले कुछ लोगों को अधिक गहन उपचार की आवश्यकता होती है। यह मधुमेह का गंभीर स्तर हाे सकता है जिसमें राेगी काे इंसुलिन प्रतिरोध की उच्च खुराक के साथ खुद को इंजेक्ट करने की आवश्यकता होती है। हालांकि, उच्च खुराक वाले इंसुलिन इंजेक्शन ग्लूकोज (रक्त शर्करा) के स्तर काे असंतुलित कर सकते हैं। वे वजन बढ़ने का कारण भी बन सकते हैं और हृदय संबंधी समस्याओं का एक उच्च जोखिम पैदा कर सकते हैं।
प्रो. डेनिएला जकुबोविज़ के मुताबिक दिन में छह बार खाने की योजना शुगर नियंत्रण के लिए प्रभावी नहीं रहती है, इसलिए मधुमेह वाले लोगों को अतिरिक्त दवा और इंसुलिन की आवश्यकता होती है।इंसुलिन इंजेक्शन से वजन बढ़ता है, जो आगे रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है।
शोधकर्ताओं ने टाइप 2 डायबिटिज से ग्रस्त 28 प्रतिभागियों पर परीक्षण कर यह निष्कर्ष निकाला है कि “बॉडी क्लॉक” के अनुसार दिन में तीन बार आहार लेना, दिन में छह बार खाने से अधिक फायदेमंद होता है। शोध में पाया गया कि मधुमेह वाले जिन प्रतिभागियों ने सामान्य छह भोजन आहार का पालन किया, उनका वजन कम नहीं हुआ और न बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण देखा गया। हालांकि, जिन लोगों ने एक दिन में तीन बार खाना खाया, उनका वजन कम होने के साथ रक्त शर्करा के स्तर में बहुत सुधार देखा गया।
जकुबोविज़ ने कहा कि हम मानते हैं कि इस आहार के माध्यम से, मधुमेह वाले लोग ग्लूकोज के स्तर पर नियंत्रण हासिल करने के लिए इंसुलिन और अधिकांश एंटीडायबिटिक दवाओं के इंजेक्शन को काफी कम कर सकते हैं या बंद कर सकते हैं। इसके अलावा, तीन बार खाना जैविक घड़ी जीन की एक्टिविटी में सुधार करता है। यह न केवल मधुमेह नियंत्रित करने में प्रभावी है। बल्कि हृदय रोग, उम्र बढ़ने और कैंसर जैसे रोग, जो जैविक घड़ी जीन द्वारा विनियमित होते हैं, को रोकने में भी प्रभावी है।
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