जयपुरPublished: Sep 10, 2023 06:08:37 pm
Jyoti Kumar
योग का अर्थ चित्त वृत्ति निरोध यानी मन के चित्त की वृत्तियों को रोकता है एवं शरीर में आने वाले विकारों को दूर करता है। योग संस्कृत भाषा के युज शब्द से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है, जोडऩा। शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से जोडऩा। नियमित 30-40 मिनट योग-व्यायाम और ध्यान करना बीमारियों में भी कई तरह से लाभ पहुंचाता है।
योग का अर्थ चित्त वृत्ति निरोध यानी मन के चित्त की वृत्तियों को रोकता है एवं शरीर में आने वाले विकारों को दूर करता है। योग संस्कृत भाषा के युज शब्द से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है, जोडऩा। शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से जोडऩा। नियमित 30-40 मिनट योग-व्यायाम और ध्यान करना बीमारियों में भी कई तरह से लाभ पहुंचाता है।