शोध में शामिल प्रतिभागी कोविड-19 के लक्षणों लक्षणों के अलावा भौगोलिक स्थिति, मनोदशा और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी प्रदान कर सकते हैं। अगर वे जांच में पॉजिटिव पाए जाते हैं तो यह पता लगाने का एक तरीका हो सकता है।
ब्रिटेन में किंग्स कॉलेज लंदन से शोध के मुख्य लेखक एमोस फोलरिन ने कहा, “जिनमें महामारी से जुड़े लक्षणों का विकास नहीं होता है वे सही जानकारी के अभाव में अपने आसपास के लोगों को संक्रमित करते हैं। हम पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह से पहने जाने वाले इन उपकरणों का उपयोग कोविड-19 का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।”
फोलरिन आगे कहते हैं, “संक्रमण का पता लगाने के लिए एक सस्ता व निरंतर किया जाने वाला डिजिटल टेस्ट आगे गेम चेंजर साबित हो सकता है।” शोध के मुताबिक, जब किसी प्रतिभागी के बीमार पड़ने की जानकारी मिलेगी या कोई कोविड की जांच में पॉजिटिव पाया जाएगा, तो इस एप की मदद से शोधकर्ता हार्ट रेट और अय गतिविधि से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण करेंगे।