शरीर में जब कच्चा रस (आम) बढ़ता है या लम्बे समय तक रहता है तब अनेक रोग उत्पन्न होते है। अदरक का रस आमाशय के छिद्रों में जमे कच्चे रस एव कफ को यथा बड़ी आँतों में जमे आंव को पिंघलाकर बाहर निकल देता है तथा छिद्रों को स्वच्छ कर देता है, पाचन तंत्र स्वस्थ बनता है। यह लार एव आमाशय का रस दोनों की उत्पत्ति बढ़ता है , जिससे की वजह से भोजन का पाचन बढ़िया होता है एवं अरुचि दूर होती है।
वायुनाशक , स्वास्थ्य भूख वर्धक प्रयोग
रोज भोजन से पहले अदरक को बारीक़ टुकड़े टुकड़े करके सेंधा नमक के साथ लेने से पाचक रस बढ़कर अरुचि मिटती है। वायु भी नहीं बनती व भूख भी खुलकर लगती है। जिससे स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। ईरान की शाहिद सौगदी युनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में माना है कि अदरक के सेवन से डायबिटीज टाइप 2 के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
सेहतमंद बने रहने के लिए पिएं घर का बना सूप, पौष्टिकता से होता है भरपूर
श्वास संबंधी बीमारी करे दूर
अदरक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स इसे एलर्जी व संक्रमण से लड़ने में फायदेमंद बनाते हैं। ऐसे में अदरक का नियमित रूप से सेवन श्वास संबंधी रोगों के मरीजों की सेहत के लिए फायदेमंद है। अदरक के जूस में मेथी दाना और शहद मिलाकर सेवन करने से दमा के मरीजों को काफी राहत मिलती है।
गठिया करे दूर
कुछ शोधों की मानें तो माइग्रेन के दर्द के दौरान सिर पर अदरक का पेस्ट लगाने से राहत मिलती है। यह लेप सिर के हिस्से में रक्त संचार तेज करता है जिससे दर्द में तुरंत आराम मिलता है।इतना ही नहीं, नहाने के पाने में इसका रस मिलाकर नहाने से जोड़ों के दर्द की दिक्कत भी दूर होती है। इसीलिए यह गठिया के मरीजों के लिए फायदेमंद है।