ध्यान लगाना-
कमर सीधी कर बैठें। हाथ में कोई भी छोटी नुकीली वस्तु पैन-पैंसिल के सिरे पर आंखों को केंद्रित करें। हाथ-आंखों के बीच थोड़ा गैप रखें ताकि आंखों में टेढ़ापन न आए। आंखों की क्षमतानुसार वस्तु के बिंदु पर ध्यान केंद्रित करने के बाद रिलैक्स हो जाएं।
प्राणायाम – सुखासन की मुद्रा में कमर सीधी कर बैठें। इसके बाद आंखें बंद कर भ्रामरी, अनुलोम-विलोम आदि प्राणायाम करें। इस दौरान सांस की गति पर ध्यान केंद्रित करने से आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलेगा साथ ही इनकी ताकत भी बढ़ेगी। अंदरुनी रूप से आंखों को भौहों के बीच केंद्रित करने की कोशिश करें।
रिलैक्स करना –
किसी भी मुद्रा में सीधे बैठें। वातावरण शांत हो तो बेहतर है। इसके बाद आंखों को बंद करते हुए खुद को रिलैक्स करना महसूस करें। इस दौरान आप आंखों को आराम मिलना महसूस कर सकेंगे। आप चाहें तो आंखें बंद रखने के दौरान अच्छी बातों और अनुभवों को फिर से याद कर सकते हैं।