इसके बाद यदि मसूड़ों से ब्लीडिंग या पस निकलने की समस्या हो तो 2-3 चुटकी फिटकरी लेकर गुनगुने पानी में डालकर उससे गरारे करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा मुलैठी और त्रिफला का काढ़ा बनाकर उससे गरारे करना भी फायदेमंद होता है। कई बार आयुर्वेदिक द्रव्यों से मुंह का शोधन कर दूषित रक्त को बाहर निकालकर विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक तेलों से गरारे करने के लिए कहते हैं। स्थिति नियंत्रित होने के बाद कुछ तेलों से मसूड़ों की मालिश करने के लिए कहते हैं। अंत में नस्य कर्म चिकित्सा अपनाते हैं।