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Monkeypox :मुंह के छाले भी हो सकते हैं मंकीपॉक्स का संकेत, वायरस आंख और फेफड़े को भी करता है प्रभावित

Monkeypox Sign in mouth-eyes: मंकीपॉक्स तेजी से फैलने लगा है और अगर इसके शुरुआती लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

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Ritu Singh

May 25, 2022

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मंकीपॉक्सस का वारयस मुंह और आंख को भी प्रभावित करता है। यह एक संक्रामक बीमारी है। मंकीपॉक्स में बुखार के साथ पूरे शरीर में चिकनपॉक्स की तरह दाने निकलने लगते हैं, लेकिन हाल में कुछ मरीजों को आंखों और मुंह में भी इसके संकेत नजर आए हैं।

MONKEYPOX आंखों और मौखिक श्लेष्मा झिल्ली को प्रभावित कर रहा है। वायरस का प्रकोप कुछ ही दिनों में तीन गुना तेजी से असर दिखा रहा है। अधिकांश मामलों में उनके हाथों और पैरों के तलवों पर दाने होते हैं। कुछ मामलों में, दाने आंखों और मुंह के अंदर श्लेष्मा झिल्ली में फैल सकते हैं। शुरुआत में ये दाने छाले की तरह नजर आते हैं।

बुखार के तीन दिन बाद आते हैं दानें
अगर बुखार के साथ ये छाले नजर आ रहे तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अमूमन बुखार आने के तीन दिन बाद दाने नजर आते हैं। दाने या धब्बे ट्रंक के बजाय चेहरे और चरम पर केंद्रित होते हैं। यह 95 प्रतिशत मामलों में चेहरे को और 75 प्रतिशत मामलों में हाथों की हथेली और पैरों के तलवों को प्रभावित करते हैं।

मुंह के साथ जननांग पर भी दिखते हैं दानें
मंकीपॉक्स के दाने 70 प्रतिशत मामलों में मौखिक श्लेष्मा झिल्ली, 30 प्रतिशत मामलों में जननांग और 20 प्रतिशत में कंजंक्टिवा, साथ ही कॉर्निया भी प्रभावित होते हैं। जैसे-जैसे दाने मौखिक श्लेष्मा झिल्ली में फैलते हैं, यह गाल और होंठ सहित मुंह के अंदर की त्वचा की परत पर स्पष्ट हो सकता है। यह दाना दांत मैक्यूल से पपल्स, वेसिकल्स, पस्ट्यूल और क्रस्ट्स तक क्रमिक रूप से विकसित होता है जो सूख जाता है और गिर जाता है।"

मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण
मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण किसी भी वायरल संक्रमण के लक्षणों से मिलते जुलते हैं। इनमें बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, ग्रंथियों में सूजन और थकान शामिल हैं, इसलिए इसका जल्द पता लगाना मुश्किल हो सकता है। शुरुआती शोध में वैज्ञानिकों ने यह भी पाया है कि मंकीपॉक्स से होने वाला संक्रमण संक्रमण के दौरान फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है।

मंकीपॉक्स में घटा देता है प्रोटीन का उत्पादन
जर्नल ऑफ मॉलिक्यूलर एंड सेल्युलर प्रोटिओमिक्स में प्रकाशित निष्कर्षों से पता चला है कि संक्रमण से सूजन भी बढ़ती है। मंकीपॉक्स वायरस भी प्रोटीन के उत्पादन को कम करता है जो कि फेफड़ों के ऊतकों को बरकरार और चिकनाई के लिए जरूरी होता है। हालांकि, इसके लक्षण बहुत गंभीर नहीं होते और दो से चार सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं।

गर्भवती महिलाओं और बच्चों को ज्यादा खतरा
मंकीपॉक्स कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों, और गर्भवती महिलाओं को होने का खतरा ज्यादा हेाता है। ये मां से भ्रूण तक में फैल सकता है।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। 'पत्रिका' इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।