ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर ( obsessive compulsive disorder ) सनक ( obsession ) और विवशता ( compulsion ) से मिलकर बना है।जिसकी वजह से व्यक्ति बार-बार बिना चाहे वह काम करता है जाे वह कर चुका है। जैसी गेट बंद करने के बाद बार-बार यह देखना की गेट बंद है के नहीं, जब कि उसे मालूम हाेता की वह गेट बंद हैं। पर फिर भी वह उसे बार-बार देखता है। इस तरह की स्थिति राेगी काे अंशात बना देती है। समय पर इलाज ना लेने से स्थिति गंभीर हाे जाती है।
इलाज
6 माह या इससे ज्यादा समय से लक्षण हैं तो ओसीडी ( obsessive compulsive disorder ) हो सकता है। रोग की गंभीरता के अनुसार दवाओं व थैरेपी से इलाज करते हैं। ज्यादातर मामलों मेें संज्ञानात्मक व्यवहारजन्य थैरेपी (सीबीटी) की मदद लेते हैं। गंभीर अवस्था में एंटीडिप्रेशन दवाएं भी दी जाती हैं।