हालांकि पार्किंसन का कोई इलाज नहीं है लेकिन नियमित एक्सरसाइज से शरीर का संतुलन सुधारा जा सकता है।फिजियोथैरेपिस्ट, न्यूट्रिशनिस्ट और न्यूरोसर्जन पार्किंसन रोगियों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने में सहायता कर सकते हैं।
कंपकंपी आना पार्किंसन का सबसे सामान्य और प्रारंभिक लक्षण है। लेकिन किसी व्यक्तिके हाथ-पैरों में कंपकंपी आए तो यह जरूरी नहीं कि उसे पार्किंसन रोग ही है। इसके मरीजों में शरीर के एक तरफ कंपन और कड़ापन आ जाता है।
पार्किंसन ( Parkinson’s ) को ठीक करने के लिए तो दवाइयां हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि कोई भी दवा न तो इसे पूर्णत: ठीक कर सकती है व ना ही रोग का प्रभाव उलट सकती है। ज्यादातर दवाएं मरीज में डोपामाइन का स्तर बढ़ाती हैं। वहीं कुछ दवा सीधे तंत्रिका कोशिकाओं तक पहुंचाई जाती है जो डोपामाइन में परिवर्तित हो जाती है। दूसरी दवा डोपामाइन रिसेप्टर को स्टीमुलेट या एक्टिवेट करती है। रोग बढऩे पर डीप ब्रेन स्टीमुलेशन सर्जरी लंबा जीवन जीने में मदद करती है।