scriptपानी की कमी से भी बाॅॅॅडी में आ सकते हैं क्रैम्प | Suffering body Cramps due to lack of water | Patrika News

पानी की कमी से भी बाॅॅॅडी में आ सकते हैं क्रैम्प

locationजयपुरPublished: Jul 25, 2019 05:46:24 pm

आप हंस रहे हैं आैर अचानक आपकी गर्दन की मांसपेशी अकड़ गईं जो कुछ देर बाद ठीक हुई

cramp

पानी की कमी से भी बाॅॅॅडी में आ सकते हैं क्रैम्प

आप हंस रहे हैं आैर अचानक आपकी गर्दन की मांसपेशी अकड़ गईं जो कुछ देर बाद ठीक हुई। ऐसा आपके साथ अक्सर होता है। अापकी गर्दन व कमर की मांसपेशी और पैरों की पिंडलियों में क्रैम्प (खिंचाव व अकड़न) अक्सर आ रहे हैं ताे इसे नजरअंदाज ना करें यह आगे जाकर गंभीर भी हाे सकता है। आइए जानें इसके बारे में –
हो सकते हैं कई प्रमुख कारण
डिहाइड्रेशन : शरीर में पानी की कमी समस्या की प्रमुख वजह है। कम पानी पीने व ज्यादा गर्मी में कार्य या मेहनत करने वालों की नसों में नमी की कमी खिंचाव पैदा करती है।
विटामिन की कमी : शरीर में विटामिन ‘बी’ व ‘डी’ की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इस कारण चलने, बैठने व उठने के दौरान क्रैम्प होता है।

कमजोर लीवर : शरीर में असंतुलित तरल का विभाजन न होने से क्रैम्प आते हैं जैसे लीवर के क्षतिग्रस्त होने पर पेट में पानी भरता है व मांसपेशी में पानी की कमी से क्रैम्प आने लगते हैं।
कैल्शियम का अभाव : कैल्शियम या मैग्नीशियम की कमी नसों और मांसपेशियों को उत्तेजित करती है जो क्रैम्प का प्रमुख कारण है। ऐसा अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान, बार-बार उल्टियां होने या विटामिन-डी की कमी से होता है।
कम मात्रा में पोटेशियम : रक्त में पोटेशियम की कमी से भी मांसपेशियों में कै्रम्प आते हैं। यूरिन संबंधी दिक्कत व मधुमेह रोगियों में दवाओं के कारण पोटेशियम की कमी हो जाती है जिससे परेशानी बढ़ती है।
दवाएं भी एक वजह
कई दवाएं क्रैम्प का कारण होती हैं। इनमें यूरिन में समस्या की दवा, अल्जाइमर, ओस्टियोपोरोसिस, पार्किन्सन, ब्लड प्रेशर और अस्थमा के इलाज के लिए ली जाने वाली दवा खास हैं।

हृदय की कमजोरी
हृदय की कमजोरी के कारण मसल्स को सही मात्रा में रक्तनहीं मिलता।
बचाव और उपचार
– स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, रोजाना सुबह उठकर जैसे कि सभी पशु भी करते हैं।
– ज्यादा मात्रा में पानी पीएं ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो सके।
– लीवर की समस्या हो तो उपचार लें ताकि असंतुलित तरल के विभाजन को रोक सकें।
– कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर भोजन लें जैसे- कैला, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज आदि।
– विटामिन ‘ई’ से भरपूर आहार लेने से भी क्रैम्प में कमी आती है।
– यदि आप क्रैम्प कम करने की दवा लेते हैं तो उसे छोड़ने या बदलने की कोशिश करें। धूप स्नान (सन बाथ) करें ताकि विटामिन ‘डी’ की कमी न रहे।
– हृदय की कमजोरी दूर करने के लिए अश्वगंधा, पीपल के पत्ते व शहद आदि लें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो