नया शोध साल 2015 के टीम वर्क पर आधारित है, जिसमें पाया गया कि एंजाइम पीकेसी वास्तव में पैंक्रियाटिक कैंसर को रोकने का कार्य करता है। इसके पिछले अध्ययन में माना गया था यह ट्यूमर की वृद्धि को बढ़ाता है।
हालिया शोध में पता चला है कि कोशिकाएं कैसे पीकेसी को नियंत्रित करती है और पीकेसी की ज्यादा सक्रियता का पता लगाती हैं। न्यूटन ने कहा, ”इसका मतलब है कि पीएचएलपीपी1 आपकी कोशिकाओं में पीकेसी की मात्रा तय करता है।यह पैंक्रियाटिक कैंसर के लिए एंजाइम स्तरों में बदलाव लाता है।”