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Monkeypox symptoms: पहले बुखार फिर शरीर पर लाल दाने, ‘मंकीपॉक्स’ के WHO ने बताए 6 गंभीर लक्षण

Monkeypox virus symptoms: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने मंकीपॉक्स के 6 गंभीर लक्षण बताएं हैं।

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Ritu Singh

May 24, 2022

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After Corona virus monkeypox virus attack, cause and symptoms

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक मंकीपॉक्स वायरस एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है जो चिकन पॉक्स की तरह नजर आने वाली बीमारी है। चिकन पॉक्स की तरह इसके लक्षण भी हल्के ही होते हैं। मंकीपॉक्स के अटैक पर सबसे पहले क्या होता है और इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं, चलिए जानें।

मंकीपॉक्स अधिकतर उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में पाया जाने वाला रोग रहा है, लेकिन अब ये कई देशों में पहुंच चुका है और भारत भी अब इसके चपेट में आ चुका है।

मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण
मंकीपॉक्स में सबसे पहले बुखार होता है और इसके बाद शरीर पर लाल बड़े-बड़े चेचक की तरह दाने निकल आते हैं। स्थिति गंभीर होने पर लिम्फ नोड में सूजन तक आ जाती है। मंकीपॉक्स चेचक, खसरा, जीवाणु त्वचा संक्रमण, खुजली और दवा से संबंधित एलर्जी जैसी अन्य बीमारियों से अलग है।

बुखार के बाद नजर आते हैं ये स्किन प्रॉब्लम
बुखार के बाद दाने होते हैं और इसके बाद कई और स्किन रिलेटेड डिजीज होने लगती है। ये समस्याएं 2 से 4 हफ्ते तक रह सकती हैं। इनमें कई त्वचा समस्याएं शामिल हैं जैसे- लेसियन मैक्यूल्स (एक फ्लैट बेस वाले घाव), पैप्यूल्स (दर्दनाक घाव), वेसिकल्स (स्पष्ट तरल पदार्थ से भरे हुए), पस्ट्यूल (मवाद से भरे हुए) और इसके बाद स्कैब या क्रस्ट होते हैं।
कितने दिनों में नजर आता है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स का इन्क्यूबेशन पीरियड यानी लक्षणों के दिखने का समय 5 से 21 दिनों तक हो सकता है। इस बीमारी में बुखार आमतौर पर 1 से 3 दिनों तक रहता है।
मंकीपॉक्स के शुरुआती लक्षण

मंकीपॉक्स से पीड़ित मरीज को बुखार
सिरदर्द
लिम्फैडेनोपैथी (लिम्फ नोड्स की सूजन)
पीठ दर्द
मायालगिया (मांसपेशियों में दर्द)
इंटेंस अस्ठेनिया (ऊर्जा की कमी) जैसे कई लक्षण महसूस हो सकते हैं

मंकीपॉक्स से बचाव और उपचार
मंकीपॉक्स के लक्षण अक्सर उपचार की आवश्यकता के बिना अपने आप ठीक हो जाते हैं। मुंह या आंखों के किसी भी घाव को छूने से बचें। कॉर्टिसोन वाले उत्पादों से बचें। माउथ रिंस और आई ड्रॉप का उपयोग किया जा सकता है।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं। इन्हें आजमाने से पहले किसी विशेषज्ञ अथवा चिकित्सक से सलाह जरूर लें। 'पत्रिका' इसके लिए उत्तरदायी नहीं है।