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डूंगरपुर-बांसवाड़ा : रूई के गद्दों को भी नहीं छोड़ा, इन्हें खरीदने में भी किया भ्रष्टाचार, क्या होगा देश का हाल?

प्रदेश भर में हुई है आपूर्ति, निरीक्षण में खुली पोल, स्तरहीन सामग्री खरीद राजकीय राशि का किया दुरुपयोग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावास

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वरुण भट्ट/मिलन शर्मा. डूंगरपुर/बांसवाड़ा. गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से संचालित डा. भीमराव अम्बेडकर आवासीय विद्यालय में शीत ऋतु के लिए रूई के गद्दों की हुई खरीद में गड़बड़झाला सामने आया है। विभाग के अतिरिक्त निदेशक ने दक्षिणी राजस्थान के डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा के तीन छात्रावासों का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट सहायक निदेशक को प्रेषित कर दी है। इस खरीदी को गुणवत्ताहीन एवं औचित्यहीन बताया है। बांसवाड़ा जिले में 560 एवं डूंगरपुर में 200 से अधिक गद्दों की खरीद हुई है।

राजकोष को लगाई चपत

जांच में अतिरिक्त निदेशक ने लिखा है कि निरीक्षण में पाया कि इन आवासीय विद्यालयों में विद्यार्थियों के उपयोगार्थ गद्दे, चद्दर, कम्बल एवं बंक बैड उपलब्ध करवाए गए हैं। किन्तु, सामग्रियों को देखने पर पाया गया कि आपूर्तिकर्ता ने गद्दे की निर्धारित मोटाई के स्थान पर मात्र एक से सवा इंच मोटाई वाले ही आपूर्ति कर दिए हैं। इससे ठण्ड का रुकाव नहीं हो पाता है। फर्म द्वारा उपलब्ध गद्दे पूर्णतया स्तरहीन हैं। टिप्पणी में जांचकर्ता ने उल्लेख किया है कि यह राजकीय राशि का दुरुपयोग एवं तय मापदण्डों की अवहेलना है।

बंक बैड पर सवाल..

जांच में बंक बैड की क्वालिटी पर भी सवाल खड़े किए हैं। बंक बैड भी मजबूत नहीं है तथा यह अभी से ही हिल रहे हैं। जिन पर विद्यार्थियों को सोने में अत्यधिक परेशानी हो रही है। जबकि, यह सामग्री आपूर्ति हुए अभी बमुश्किल छह माह ही हुए हैं। बंक बैड ऐसे है कि विद्यार्थियों के ऊपर चढ़ते ही हिलने लग जाते हैं। इससे विद्यार्थी उपयोग ही नहीं कर रहे हैं।

यह है मामला

भीमराव अम्बेडकर आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए शीत ऋतु को देखते हुए वृहद स्तर पर लाखों रुपए खर्च कर रूई के गद्दे, चद्दर, कम्बल एवं बंक बैड उपलब्ध करवाए गए। लेकिन, आपूर्ति के बाद ही विद्यार्थियों एवं छात्रावास अधीक्षकों ने सामग्री की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए। इस पर हाल ही में विभाग के अतिरिक्त निदेशक महावीरसिंह ने प्रदेश के डूंगरपुर जिले में स्थित खेड़ा आसपुर, सागवाड़ा तथा बांसवाड़ा के खोडऩ छात्रावास का निरीक्षण कर रिपोर्ट मुख्यालय प्रेषित की। इसमें उन्होंने भी शिकायत को पुष्ट माना है।

रिपोर्ट भेज दी है...

निरीक्षण के दौरान यह अनियमिता सामने आई थी। जिस पर रिपोर्ट जिलाधिकारियों को प्रेषित की है। उन्होंने आगे क्या कार्रवाई की है, इसकी जानकारी ली जाएगी।
महावीरसिंह, अतिरिक्त निदेशक

जल्द करेंगे कार्रवाई

जांच रिपोर्ट मिल गई है। यह आपूर्ति जयपुर से हुई है। उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी। विभाग की मंशा के अनुरूप सामग्री शीघ्र ही उपलब्ध करवाई जाएगी।
अशोक शर्मा, सहायक निदेशक, सामाजिक