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यह हंै वह समस्याएं जिसके लिए पंचायत समिति सदस्य की कुर्सी पड़ी खतरे में

यह हंै वह समस्याएं जिसके लिए पंचायत समिति सदस्य की कुर्सी पड़ी खतरे में

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यह हंै वह समस्याएं जिसके लिए पंचायत समिति सदस्य की कुर्सी पड़ी खतरे में

यह हंै वह समस्याएं जिसके लिए पंचायत समिति सदस्य की कुर्सी पड़ी खतरे में
डूंगरपुर. अधिकारियों जनसमस्याओं के प्रति कितने सजग है उसका अंदाजा वरदा बस स्टैंड की हालत देखकर लगाया जा सकता है। सडक़ किनारे बना नाला क्षतिग्रस्त होने से चार सालों से मुख्य सडक़ पर कीचड़ का आलम है। पंचायत समिति सदस्य से लेकर प्रधान और विधायक तक हर बैठक में इस मुद्दे को उठा चुके लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। इससे तंग आकर वरदा के पंचायत समिति सदस्य ने दबाव बनाने के लिए इस्तीफा दिया। समस्या तो आज भी जस की तस है, लेकिन पंचायत समिति सदस्य की कुर्सी जरूर एकबारगी खतरे में पड़ गई।
यह है समस्या
डूंगरपुर-बांसवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग ९२७ए पर स्थित वरदा गांव में बस स्टैंड पर सडक़ किनारे नाला क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे गांव का पूरा गंदा पानी मुख्य सडक़ पर बहता है। ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की। सागवाड़ा पंचायत समिति की साधारण सभा और जिला परिषद की साधारण सभा में भी इस पर चर्चा हुई। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी हाईवे ऑथोरिटी के अधीन होना बताकर पल्ला झाड़ देते। यहां तक की जिला कलक्टर भी हाईवे ऑथोरिटी और पीडब्ल्यूडी के बीच समन्वय कराकर समाधान सुलझा नहीं पाए। सत्ताधारी भाजपा से जुड़े पंचायत समिति सदस्य, प्रधान और विधायक तीनों मिलकर भी एक नाले की छोटी सी समस्या का निस्तारण नहीं करा पाए।
उलाहना से तंग
पंचायत समिति सदस्य कांतिलाल रोत का कहना है कि कई बार बात करने के बाद भी समस्या नहीं सुलझी। इससे लोगों का उलाहना सुननी पड़ रही थी।
यह था मामला
,क्षेत्र की जनसमस्याओं का निराकरण नहीं होने पर पंसस कांतिलाल रोत ने दबाव बनाने के लिए २६ सितम्बर को इस्तीफा दे दिया था। कुछ दिन बाद प्रधान के आश्वासन पर उन्होंने इस्तीफा वापस लेने का पत्र भी दिया, लेकिन पंचायत समिति से मात्र इस्तीफा ही जिला परिषद को अग्रेषित हुआ। इस पर जिला परिषद ने १६ अक्टूबर इस्तीफा स्वीकार कर पद रिक्त घोषित कर दिया। राजस्थान पत्रिका की ओर से मुद्दा उठाने पर जिला परिषद ने अपना आदेश वापस ले लिया है।
यह भी थी समस्याएं
आदर्श उमावि वरदा के खेल मैदान व चारदीवारी संबंधी कार्य
अटल सेवा केंद्र वरदा के पास पीडब्ल्यूडी की जर्जरहाल टंकी को गिरवाना, ताकि जनहानि नहीं हो
राउप्रावि नाल फला वरदा तक सीसी सडक़
राप्रावि मैणोर तक सीसी अथवा ग्रेवल सडक़। आदि