7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कलेक्टर व SSP के समझा कर लौटते ही खिड़की की ग्रिल तोड़कर भागे आठ अपचारी बालक, रातभर मचाया उत्पात

एक दिन पहले ही कलेक्टर और एसएसपी अपचारियों को उपद्रव न करने की समझाइश देकर लौटे थे और दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह 5 बजे 8 अपचारी भाग गए।

3 min read
Google source verification

दुर्ग

image

Dakshi Sahu

Dec 15, 2018

patrika

कलेक्टर व SSP के समझा कर लौटते ही खिड़की की ग्रिल तोड़कर भागे आठ अपचारी बालक, रातभर मचाया उत्पात

दुर्ग . एक दिन पहले ही कलेक्टर और एसएसपी अपचारियों को उपद्रव न करने की समझाइश देकर लौटे थे और दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह 5 बजे 8 अपचारी भाग गए। अपचारी विशेष गृह की खिड़की में लगे ग्रील को तोड़कर भाग निकले। घटना की सूचना महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने पुलगांव थाना में दी है। अपचारियों के भागने का खुलासा सुबह 6.30 बजे हुआ जब कर्मचारियों की नजर टूटी हुई खिड़की पर पड़ी। ग्रिल आधा निकलने देख कर्मचारियों को शंका हुई। अपचारी बच्चों की गिनती की गई। तब आठ अपचारी कम मिले।

संप्रेक्षणगृह के अधिकरियों को इस बात की जानकारी नहीं है कि भागने वाले अपचारी किस जिले के हैं। उनका कहना है कि रिकार्ड नहीं होने के कारण भागे अपचारियों की जानकारी उनके पास नहीं है। केवल ५ अपचारियों की जानकारी ही उपलब्ध है। लगातार तीन दिनों तक बाल संप्रेक्षण गृह में अपचारी उत्पात मचा रहे थे। गुरुवार को कलेक्टर उमेश अग्रवाल व एसएसपी डॉ. संजीव शुक्ला खुद बाल संप्रेक्षणगृह पहुंचे गए और समझाइश दी। अपचारियों ने दोनों आला अधिकारियों से कहा था कि वे अब कोई उपद्रव नहीं करेंगे।

अंदर से लगा दिया ताला
उपद्रव को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय ने ५ अपचारियों को अन्य जिले के संप्रेक्षणगृह में स्थानांतरित करने संचानालय से अनुमति मांगी थी। कहीं से इसकी भनक अपचारियों को लग गई। इस पर अपचारियों ने फिर उपद्रव शुरू कर दिया। पुलिस की मदद से जैसे ही एक अपचारी को अंबिकापुर के संप्रेक्षण गृह में ले जाने वाहन में बैठाया अन्य अपचारियों ने अंदर से संप्रेक्षणगृह में ताला लगा दिया।

सुधार नहीं हो रहा
ताला खुलवाने के लिए विभाग के अधिकारी देर रात तक मशक्कत करते रहे। अपचारी ताला खोलने तैयार ही नहीं हुए। सुबह विशेष गृह में लगे खिड़की का ग्रिल टूटने से अपचारियों के भाग जाने का खुलासा हुआ। अधिकारियों का कहना है कि अन्यत्र बाल गृह में रखने की सूचना मिलने के कारण ही अपचारी भागे हैं।
संप्रेक्षण गृह की व्यवस्था चरमरा गई है। हत्या जैसी गंभीर घटना भी हो चुकी है। नए-नए प्रयोग करने के बाद भी संप्रेक्षणगृह की व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है।

बाल संप्रेक्षणगृह अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले नाबालिगों को सुधारने का के न्द्र है, लेकिन यहां रहने वाले अपचारी और बिगड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में में वास्तव में सुधरना चाहते है, उन्हें भी मौका नहीं मिल रहा है। टीआई पुलगांव चेतन साहू ने बताया कि बाल संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक ने ८ अपचारी बालकों के भागने की सूचना दी है। सूचना के आधार पर गुमशुदगी दर्ज किया गया है। उनकी तलाश की जा रही है। एक अपचारी को खुर्सीपार पुलिस ने पकड़ा है। वह ११ दिसंबर को भागा था।

एक अपचारी ने २४ घंटे में तीन जगह की चोरी
इधर क्राइम ब्रांच पुलिस ने बाल संप्रेक्षण गृह से मंगलवार की रात भागे एक अपचारी को उसके घर से गिरफ्तार किया है। देर रात शुरू हुई पूछताछ में अपचारी ने बताया कि वह संप्रेक्षणगृह से भागने के बाद मछली मार्केट निवासी भवानी सिंह के निवास से कुछ पैसा और ५ मोबाइल फोन की चोरी की। इसके बाद अटल आवास निवासी अन्नूदेवी के यहां से चांदी व सोने का मंगलसूत्र चुराया।

सेक्टर ६ निवासी अखरु राम की बाइक चोरी की। उसने जेवरातों को चोरी की बाइक के टूल बाक्स में छिपा कर रखा था। कड़ी पूछताछ में अपचारी ने बताया कि एक माह पहले भी वह संप्रेक्षणगृह से भागा था। तब उसने तीन बाइक चुराई थी। पुलिस ने नाबालिग के निवास से चोरी की बाइक व अन्य सामान जब्त किया है।

आधीरात घर का दरवाजा खटखटाकर वृद्ध से मारपीट की
अपचारी को बालाजी नगर नेपाली बस्ती निवासी वृद्ध मन्नूलाल (75 वर्ष) को गाली गलौच, जान से मारने की धमकी देने और मारपीट करने के मामले में गिरफ्तार किया किया गया। पुलिस के मुताबिक संप्रेक्षणगृह से भागने के बाद रात ११.३० बजे वृद्ध के घर का दरवाजा खटखटाने लगा। जैसे ही दरवाजा खोला वृद्ध से गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगा। वृद्ध की नातिन ने बीचबचाव कर खुर्सीपार पुलिस को सूचना दी।