मंदिर के पुजारी ने बताया कि मठ मंदिर परिसर में सात देव वृक्ष अपनी छाया प्रदान कर रहे हैं। यहां पर नीम, शमी, बेल, पीपल, अशोक, गुल्हड़, आम का वृक्ष है। मंदिर परिसर में ही पूर्व दिशा की ओर एक कुआं स्थित है। जो मंदिर के निर्माण के समय से बना हुआ है। इस कुएं का पानी कभी नहीं सूखता। यहां के पानी का उपयोग लोग पीने के लिए भी करते हैं।