कमाए 3 लाख रुपए शुद्ध लाभ
चित्रा अपने पॉली हाऊस से 3 लाख 37 हजार कट फ्लावर मार्केट में उपलब्ध करा रही है। उत्पादन में उनके द्वारा लगभग 2 लाख रूपए की राशि खर्च की जा रही है। वहीं उन्हें 8 लाख रुपए का शुद्ध लाभ भी हो रहा है। उनसे प्रोत्साहित होकर खोपली में कुछ किसानों ने भी गुलाब की खेती की शुरुआत की है।
वेडिंग प्लानर को भी दे रही गुलाब
चित्रा ने बताया कि उनके द्वारा उच्च गुणवत्ता वाले खिले हुए गुलाबों का उत्पादन किया जाता है, जो कि डेकोरेशन में सबसे ज्यादा उपयोग में लाए जाते हैं। उनके गुलाब के क्वालिटी से प्रभावित होकर कई वेडिंग प्लानरों ने उनसे डेकोरेशन के लिए गुलाब लिया है। वे भिलाई के सेक्टर-6, दुर्ग और राजनांदगांव में भी फूलों की सप्लाई करती हैं।
डॉक्टर बेटी के सफर में योगदान
चित्रा हमेशा चाहती थी कि वो अपनी बेटी के भविष्य निर्माण में अपना योगदान दें। फूलों के इस व्यवसाय से आज उनका यह सपना भी पूरा हो गया। उन्होंने जैसे ही गुलाब की खेती शुरू की ठीक उसके बाद उनकी बेटी का सिलेक्शन एमबीबीएस के लिए हो गया।