1.धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अगर तुलसी जी पर जल चढ़ाते समय ‘ॐ-ॐ’ मंत्र का 11 या 21 बार जाप किया जाए तो बुरी नजर से बचाव होता है। साथ ही घर में धन—धान्य की वृद्धि होती है।
2.अगर किसी को नजर लग गई हो तो उसके सिर से लेकर पाँव तक 7 तुलसी के पत्ते और 7 कालीमिर्च के दाने लेकर 21 बार उतार लें। अब इसे किसी नदी में प्रवाहित कर दें। इससे बुरी नजर दूर हो जाएगी।
3.चूंकि विष्णु भगवान की पूजा में तुलसी दल चढ़ाना जरूरी होता है इसलिए तुलसी का पत्ता तोड़ते समय ॐ सुभद्राय नम:, मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी,नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते।। मंत्र का जाप करें। इससे पूजा का दोगुना लाभ मिलेगा।
4.जीवन में सफलता पाने के लिए महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।। मंत्र का जाप करें। इससे तरक्की के नए रास्ते खुलेंगे। 5.अगर तुलसी के पत्ते तोड़ते समय ॐ सुप्रभाय नमः मंत्र का जाप किया जाए तो दोष नहीं लगता है। इससे व्यक्ति को पुण्य की भी प्राप्ति होती है।
6.धन प्राप्ति के लिए मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी, नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते ।। मंत्र का जाप करें। इससे विष्णु भगवान एवं मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। 7.तुलसी पर जल चढ़ाते समय उनके आठ नाम यानि पुष्पसारा, नन्दिनी, वृंदा, वृंदावनी, विश्वपूजिता, विश्वपावनी, तुलसी और कृष्ण जीवनी, लिए जाए तो व्यक्ति के जीवन में मौजूद सारे कष्ट दूर होते हैं।
9.तुलसी जी की पूजा करते समय शुद्ध देसी घी का दीपक अवश्य जलाएं। इससे सकारात्मकता बढ़ेगी। साथ ही घर में समृद्धि आएगी। 10.भगवान विष्णु को तुलसी दल चढ़ाते समय इसमें चंदन लगाएं, इससे विष्णु जी प्रसन्न होंगे। ऐसा करने से घर में बरक्कत भी होगी।