
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) की वरिष्ठ नेता, पूर्व विदेशमंत्री और दिल्ली की पूर्व सीएम रह चुकी सुषमा स्वराज ( sushma swaraj ) अब हमारे बीच नहीं हैं। मंगलवार रात उनका एम्स में निधन हो गया। उनके निधन से शोक की लहर है।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्रालय को नए मुकाम तक पहुंचाने वाली 67 साल की सुषमा ने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्हें पहली महिला मुख्यमंत्री और विदेश मंत्री बनने का गौरव हासिल है। आइए जानते हैं सुषमा की जिंदगी की 10 बड़ी उपलब्धियां ( Sushma Swaraj achievements)-
1. हरियाणा के अंबाला में जन्मी सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1970 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़कर की।
2. सुषमा स्वराज एक प्रखर प्रवक्ता थी। उन्होंने हरियाणा सरकार के भाषा विभाग की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लगातार तीन बार सर्वक्षेष्ठ हिंदी वक्ता का पुरस्कार जीता था।
3. सुषमा को महज 25 वर्ष की उम्र में युवा कैबिनेट मंत्री बनने का गौरव मिला था। दरअसस, 1977 में उन्होंने पहली बार हरियाणा विधानसभा का चुनाव जीता था। जिसके बाद चौधरी देवी लाल सरकार में उन्हें राज्य की श्रम मंत्री बनाया गया था। वह राज्य जनता पार्टी की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
4. सुषमा 80 के दशक में भाजपा के गठन के बाद उसमें शामिल हो गईं। उन्हें अंबाला से दो बार विधायक चुना गया। वे बीजेपी-लोकदल सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहीं।
5. 1990 में सुषमा को राज्यसभा का सदस्य बनाया गया।
6. उन्होंने 1996 में दक्षिण दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीता। जिसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिनों की सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री बनाई गईं।
7. उनके 13 दिनों के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि भारतीय फिल्म को लेकर मानी जाती हैं। सुषमा ने भारतीय सिनेमा को एक उद्योग के रूप में घोषित किया। इसके बाद फिल्म उद्योग को बैंकों से कर्ज मिल सकता था।
8. सुषमा स्वराज ( sushma swaraj passed away ) ने 12 अक्तूबर 1998 को दिल्ली की मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली और दिल्ली की पहली महिला सीएम बनी।
9. अटल बिहारी वजपेयी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें फिर से सूचना प्रसारण मंत्री बनाया गया। बाद में वह स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और संसदीय मामलों का मंत्री भी बनीं।
10. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल 2014 में उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया। उनका यह कार्यकाल उनके जीवन का सर्वेश्रेष्ठ दौर रहा। विदेश मंत्री रहते हुए सुषमा ने अपने 5 साल के कार्यकाल में एक अलग ही पहचान बनाई। उन्हें देश से लेकर विदेश तक में पसंद किया गया। 2019 में खराब सेहत का हवाला देते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।
Updated on:
07 Aug 2019 02:41 pm
Published on:
07 Aug 2019 02:37 pm
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