
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) की वजह से चालू वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमी ( Indian Economy ) को नुकसान हो सकता है। विदेशी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ( Bofa Securities ) के अनुमान के अनुसार देश की इकोनॉमी चालू वित्त वर्ष में तीन फीसदी तक गिर सकती है। बोफा ( Bofa Estimates ) के अनुसार अगले महीने यानी अगस्त से इकोनॉमी पूरी तरह से खुल जाएगी। बोफा के अनुसार रिजर्व बैंक ( reserve bank of india ) मुक्त बाजार परिचालन के माध्यम से 95 अरब डॉलर तक के सरकारी बांड की खरीद के जरिए राजकोषीय घाटे का मौद्रिकरण करेगा। साथ ही उसके 127 अरब डॉलर के पुनर्मूल्यांकन आरक्षित कोष का इस्तेमाल भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पुन: पूंजीकरण के लिए हो सकता है।
सभी अनुमानों में गिरावट
कोरोना वायरस महामारी के कारण अर्थशास्त्री चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय इकोनॉमी के वृद्धि अनुमान में बड़ी कटौती कर रही है। रिजर्व बैंक और अर्थव्यवस्था की निगरानी करने वाले दूसरी संस्थाओं के अनुसार चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी में गिरावट आएगी। वहीं कुछ अनुमानों में यह भी कहा गया है कि भारत की जीडीपी में सात फीसदी तक की गिरावट देखने को मिल सकती है।
पांच फीसदी तक आ सकती है गिरावट
बोफा के अनुसार इंडियन इकोनॉमी में तीन फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। अनुमान के अनुसार अगस्त मिड तक इकोनॉमी पूरी तरह से खुल जाएगी। ब्रोकरेज कंपनी के अनुसार यदि यह संकट लंबा रहता है तो इंडियन इकोनॉमी में पांच फीसदी की गिरावट आ सकती है। बोफा के इंडियन इकोनॉमिस्ट इंद्रानिल सेन गुप्ता के अनुसार उनका यह अनुमान अधिक आशावादी है। कोरोना वायरस के प्रभाव को लेकर यह अनुमान अन्य की तुलना में अलग है। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में सख्त लॉकडाउन की वजह से वार्षिक जीडीपी पर तीन प्रतिशत अंक का असर पड़ेगा।
Updated on:
09 Jul 2020 07:27 pm
Published on:
09 Jul 2020 07:25 pm
बड़ी खबरें
View Allअर्थव्यवस्था
कारोबार
ट्रेंडिंग
