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आईएमएफ का अनुमान, 90 साल के बाद सबसे बड़ी मंदी का सामना करेगी दुनिया

आईएमएफ ने कहा 1930 के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी 2020 में कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के 170 से अधिक देशों में प्रति व्यक्ति आय घटेगी

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Saurabh Sharma

Apr 10, 2020

1930 great depression

नई दिल्ली। इंटरनेशनल मोनेटरी फंड जिसे आईएमएफ भी कहा जाता है ने दुनिया की इकोनॉमी को लेकर एक ऐसा अनुमान दिया जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलीना जॉर्जिवा ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से दुनिया की इकोनॉकी 90 साल पीछे चली जाएगी। आईएमएफ चीफ ने साफ कहा कि दुनिया के 170 देशों के लोगों की प्रति व्यक्ति आय में भी बड़ी कटौती होगी। आइए आपको भी बताते हैं कि आईएमएफ चीफ ने ग्लोबल इकोनॉमी को लेकर क्या कहा?

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1930 के ग्रेट रिसेसशन डिप्रेशन की ओर बढ़ रही है मौजूदा इकोनॉमी
आईएमएफ चीफ ने कहा कि दुनिया की मौजूदा इकोनॉमी 1930 के ग्रेट रिसेसशन यानी महामंदी की ओर बढ़ रही है। 1930 की महामंदी शुरुआत न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज के डूबने के साथ शुरू हुई थी। जिसका असर 10 सालों तक देखने को मिला था। कोरोना वायरस भी मौजूदा इकोनॉकी को उसी तरह से खा रहा है, जिस तरह से उस वक्त का दौर था। मतलब साफ है कि दुनिया की इकोनॉमी 90 साल पीछे की ओर जा रही है। जो शुभ संकेत बिल्कुल भी नहीं है। जॉर्जिवा ने अगले सप्ताह होने वाली आईएमएफ और विश्व बैंक की बैठक से पहले 'संकट से मुकाबला : वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए प्राथमिकताएंÓ विषय पर अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा समय में दुनिया ऐसे संकट से जूझ रही है, ऐसी स्थिति कभी किसी ने पहले कभी नहीं देखी।

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सबसे बड़ी गिरावट
आईएमएफ चीफ के अनुसार कोई भी अर्थव्यवस्था इस संकट की अवधि को लेकर निश्चित नहीं है, लेकिन यह बात कहने में कोई गुरेज नहीं कि दुनिया ग्रेट रिसेसशन कके बाद सबसे बड़ी मंदी की ओर आ चुका है। आईएमएफ चीफ के अनुसार सिर्फ तीन महीने पहले उनता अनुमान था कि आईएमएफ के 160 सदस्य देशों में 2020 में प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। अब मौजूदा समय में जो माहौल चल रहा है उसमें सारे अनुमान विपरीत हो गए हैं। अब 170 से अधिक देशों में प्रति व्यक्ति आय घटने का अनुमान है। महामंदी को दुनिया की अर्थव्यवस्था के सबसे बुरे दौर के रूप में जाना जाता है।