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नई दिल्ली : एक लंबे अरसे के बाद एफएमसीजी सेक्टर ( FMCG sector ) में हालात बदलते से नजर आ रहे हैं जून के महीने में फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स ( Fast Moving Consumer Goods ) इंडस्ट्री में मांग में काफी इजाफा देखा गया ।यह कहना है नीलसन ( Nielsen )के साउथ एशिया हेड प्रसून बसु का । बसु का कहना है कि फिलहाल मांग कोरोनावायरस ( Coronavirus ) से पहले लेवल की मांग ( demand increased ) के आस-पास देखी जा रही है । एफएमसीजी सेक्टर में मांग में वृद्धि पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि रूरल ( Rural india ) और अर्बन ( Urban ) दोनों इलाकों में अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है लेकिन रूरल इलाकों में मांग में इजाफा शहरी इलाकों से कहीं ज्यादा है रूरल इलाकों में non-food कैटेगरी में हुई वृद्धि 1 प्लस पॉइंट है इसके अलावा ब्यूटी ( beauty ), health, hygiene भी अच्छा परफॉर्मेंस दे रहे हैं ।
यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि मार्च में शॉपिंग इंडेक्स 100 थी वो अप्रैल-मई में 75 हो गई थी। जो जून में बढ़कर फिर 98 हो गई है। खास बात ये है ग्रामीण इलाकों में रिकवरी शहरी इलाकों से कहीं बेहतर है। ग्रामीण इलाकों में अप्रैल मई में 84 और जून में 109 प्वाइंटस पहुंच चुकी है। बल्कि ये कहना गलत नहीं होगा कि ग्रामीण इलाकों में ग्रोथ वृद्धि मार्च से भी ज्यादा थी । वहीं शहरी इलाकों में कोविड से पहले 100 था वो अप्रैल-मई में ये घटकर 70 हुआ जो जून में बढ़कर 94 हो गई।
बदला Consumer का नजरिया-
Nielsen report में दावा किया गया है कि Unlock 1.0 ने लोगों के खर्च करने के तरीके में बदलाव लाया है। कोरोना के चलते लोगों की सैलेरी में 84 फीसदी तक की कटौती हुई है। जिसकी वजह से लोग खर्च के प्रति सावधानी बरत रहे हैं। इसी का नतीजा है, डाइनआउट( Dineout ) और एल्कोहल ( Alchohol ) जैसी चीजों पर खर्च में जबरदस्त गिरावट हुई है। इस बारे में ज्यादा जानकारी आप ऊपर दिये इंफोग्राफ में देख सकते हैं।
जो लोग कोविड से पहले 74 फीसदी तक लोकल शॉपिंग के लिए जाते थे वो अब 65 फीसदी रह गया है। इसी तरह से डिपॉर्टमेंट स्टोर विजिट करने की दर भी 50 फीसदी से घटकर सीधे 24 रह गई है।
Published on:
18 Jul 2020 08:43 pm
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