जबलपुर. कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेस टेस्ट में शामिल होने से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में खाली रहने वाली सीटों पर भी प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए हैं। विवि की कुछ प्रतिशत सीटों को इस परीक्षा से भरने के लिए खोल गया था। इनमें प्रदेश और प्रदेश के बाहर से 5200 से अधिक छात्रों ने रुचि दिखाई है। यह देख विवि प्रशासन भी खुश है। विश्वविद्यालय के यूडीटी पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर 4 हजार से अधिक छात्र नहीं जुटते हैं। इसे देखते हुए अब विश्वविद्यालय प्रशासन अन्य पाठ्यक्रमों को भी सीयूईटी में लाने की तैयारी में जुट गया है।
कॉमन टेस्ट ने खोले विवि में प्रवेश के रास्ते
पीजी के साथ अन्य कोर्स की भी तैयारी
●पीजी बायोटेक्नोलॉजी
●दर्शन शास्त्र
●मास्टर ऑफ लाइब्रेरी साइंस
●एमए इकोनॉमिक्स,
●मास्टर ऑफ इंग्लिश
●मॉस्टर ऑफ सोशियोलॉजी
●पोलिटिकल साइंस
●एमए इतिहास, भूगोल
यूजी स्तर पर प्रयास- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने फिलहाल यूजी स्तर के पाठ्यक्रमों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत सीयूईटी में लाया है। इसमें बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन, बीएससी ऑनर्स इन एग्रीकल्चर, बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, बैचलर ऑफ़ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्टस जैसे पाठ्यक्रम को पहली बार जोड़ा गया है। इन पाठ्यक्रमों में 540 सीटें हैं। बीएससी ऑनर्स इन एग्रीकल्चर एवं बी लिब में 120- 120 सीटें रखी गई हैं जबकि बाकी में 60 सीटे आरक्षित हैं। इन सीटों में 20 फीसदी सीटों पर प्रवेश सीयूईटी के माध्यम से दिया जा रहा है। इससे रादुविवि को दोहरा फायदा होगा। विवि में प्रवेश के लिए अच्छे छात्र मिलेंगे तो वहीं प्रवेश के दौरान खाली सीटों की भी भरपाई हो सकेगी।
सीयूईटी के प्रति छात्रों का अच्छा रुझान सामने आया है। हम पीजी के कोर्सों को भी इस व्यवस्था में लाने जा रहे हैं। कुछ अन्य यूजी के पाठ्यक्रमों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
प्रो.शैलेष चौबे, एडमिशन प्रभारी रादुविवि
Updated on:
23 May 2024 11:58 am
Published on:
23 May 2024 11:53 am