
Former SDM Nisha Bangre: कई बार ऐसा होता है कि सिविल सेवा में जाने के बाद भी लोग अपनी नौकरी छोड़कर किसी और क्षेत्र में चले जाते हैं। हमारे बीच कई ऐसे सिविल सर्वेंट हैं जो प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में चले जाते हैं। लेकिन जब उन्हें टिकट नहीं मिलता या जब उनका राजनीति से मोह भंग हो जाता है, तब वो वापस प्रशासनिक सेवा में आना चाहते हैं। क्या ऐसा संभव है, आइए जानते हैं।
मध्य प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी रह चुकी निशा बांगरे (Former SDM Nisha Bangre) हाल ही में चर्चा में आईं। उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के लिए करीब एक वर्ष पूर्व एसडीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। वहीं अब वो राजनीति को छोड़कर एक बार फिर प्रशासनिक सेवा में आना चाहती हैं। निशा बांगरे की तरह यूपी कैडर के आईएएस अभिषेक सिंह ने भी भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए प्रशासनिक पद से इस्तीफा दे दिया था।
निशा बांगरे और अभिषेक सिंह जैसे कई मामले हैं। इस संबंध में जब हमने सुप्रीम कोर्ट के वकील गौरव कुमार से बात की तो उन्होंने कहा, “आईएएस, आईपीएस और आईएफएस के इस्तीफे का मामला अखिल भारतीय सेवा (मृत्यु-सह-सेवानिवृत्ति लाभ) नियम, 1958 रूल 5(1) और रूल 5 (1 A) (i) के अंतर्गत आता है, जिसके तहत यदि किसी सरकारी अधिकारी का इस्तीफा मंजूर कर लिया जाता है तो वे वापस से नौकरी पर नहीं लौट सकते हैं।
Advocate Gaurav Kumar
गौरव कुमार ने आगे बताया कि यदि त्यागपत्र स्वीकार करने से पहले किसी भी समय प्रशासनिक अधिकारी लिखित में त्यागपत्र को वापस लेने के लिए सूचना प्रदान करता है तो त्यागपत्र स्वत: ही वापस ले लिया जाएगा और एआईएस का सदस्य पुन: सेवा में शामिल हो सकता है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजनीतिक पार्टी जॉइन करने के बाद सरकारी पद पर लौटने को लेकर जम्मू कश्मीर के आईएएस अफसर शाह फैसल एक अपवाद के तौर पर गिने जाते हैं।
दरअसल, निशा बांगरे मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की आमला सीट से अपने लिए विधानसभा के टिकट की मांग कर रही थीं। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। ऐसे में पूर्व एसडीएम अब राजनीति छोड़कर फिर से प्रशासनिक सेवा में आना चाहती हैं।
निशा का जन्म मध्य प्रदेश के बालाघाट शहर में हुआ था। उन्होंने स्कूली शिक्षा के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम किया। हालांकि, जब वहां उनका मन नहीं लगा तो उन्होंने भारत लौटकर यूपीएससी (UPSC Exam) की तैयारी करने का मन बनाया। निशा बांगरे ने 2016 में यूपीएससी की पीएससी (UPSC PCS) परीक्षा दी। वर्ष 2018 में निशा बांगरे ने पीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर ली, जिसके बाद उन्हें डिप्टी कलेक्टर का पद मिला। वर्ष 2023 में निशा बांगरे ने अपने पद से इस्तीफा देकर राजनीति में जाने का फैसला किया। वहीं एक बार फिर निशा बांगरे करियर स्वीच करने का सोच रही हैं। खबर है कि वो अब राजनीति छोड़कर वापस प्रशासनिक सेवा में आना चाहती हैं।
Published on:
19 Apr 2024 06:18 pm
बड़ी खबरें
View Allशिक्षा
ट्रेंडिंग
