28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Government Schools : राज्य, जिला व ब्लॉक स्तर पर जारी हुई सरकारी स्कूलों की स्टार रेटिंग्स, ऐसे करें चेक

Government Schools : शिक्षा विभाग के शाला दर्पण पोर्टल पर प्रतिवर्ष राजकीय विद्यालयों की स्टार रेटिंग जारी की जाती है अब ब्लॉक, जिले व राज्य में भी परीक्षा परिणाम के आधार पर विद्यालयों की स्टार रेंटिग देखी जाएगी।

2 min read
Google source verification

image

Pratibha Tripathi

Apr 12, 2021

Government schools : जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर किस तरह का है। शिक्षक किस तरह का अध्ययन स्कूलों में कराते है, इन सभी चीजों का खुलासा स्कूलों को मिली रैंकिग के आधार पर किया जाता है। जिसका परिक्षण राजस्थान के सरकारी स्कूलों में किया जा रहा है। शिक्षा विभाग के शाला दर्पण पोर्टल पर प्रतिवर्ष राजकीय विद्यालयों की स्टार रेटिंग जारी की जाती है लेकिन अब ऐसा पहली बार हो रहा है जब ब्लॉक, जिले व राज्य में भी परीक्षा परिणाम के आधार पर विद्यालयों की स्टार रेंटिग देखी जाएगी।

Read More:- School Shutdown: घर से ही ऑनलाइन एग्जाम दे सकेंगे कक्षा 9,11 के छात्र, इस राज्य ने लिया फैसला

शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के अनुसार इस नई पहल से राजकीय विद्यालयों में संख्यात्मक व गुणात्मक परिणामों के लिए प्रतिस्पर्धा विकसित होगी तथा शिक्षा में काफी सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे विद्यालयों की स्थिति का पता चल सकेगा कि कितने विद्यालय उनसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और कितनों से वे अच्छा परिणाम दे रहे हैं।

Read More:- Bihar Board Exam 2021: 10वीं के कंपार्टमेंट एग्जाम के रजिस्ट्रेशन 12 अप्रैल से शुरू , ऐसे करें अप्लाई

डोटासरा ने बताया कि प्रतिवर्ष कक्षा 8, 10 तथा 12 के परीक्षा परिणामों के आधार पर राजकीय विद्यालयों के लिए 1 से 5 स्टार रेटिंग्स जारी की जाती है। 90 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहने तथा 40 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों के प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर 5 स्टार रेटिंग दी जाती है तथा 60 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम पर 1 स्टार रेटिंग दी जाती है। इस वर्ष जारी की गई कक्षा 10 और 12 की समेकित रेटिंग्स में राज्य के 2633 सरकारी विद्यालयों को 5 स्टार रेटिंग मिली है। उन्होंने बताया कि सत्र 2019-20 में कोरोना संक्रमण की वजह से कक्षा 8 की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। जिसके कारण उस साल कक्षा 8 की स्टार रेटिंग जारी नहीं की गयी थी।

इस आधार पर मिलती है रैंकिंग फाइव स्टार-

फाइव स्टार-स्कूल का परिणाम बोर्ड के कुल परीक्षा परिणाम से अधिक होने, स्कूल में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों का प्रतिशत राज्य स्तर पर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने विद्यार्थियों से अधिक हो।

फोर स्टार रेटिंग- प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत राज्य स्तर पर बोर्ड परीक्षा में प्रथम आने वाले विद्यार्थियों के कुल प्रतिशत से कम है तो स्कूल को फोर स्टार रैंकिंग दी जाएगी।

थ्री स्टार रैंकिंग- स्कूल में प्रथम आने वाले विद्यार्थियों को प्रतिशत राज्य स्तर पर प्रथम आने वाले विद्यार्थियों के प्रतिशत से तो अधिक है, लेकिन उस स्कूल का परिणाम बोर्ड के कुल परिणाम से कम है तो स्कूल को थ्री स्टार रैंकिंग दी जाएगी।

टू स्टार रैंकिंग- स्कूल का परिणाम और प्रथम श्रेणी से पास होन वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत बोर्ड के परिणाम और प्रथम आने वाले विद्यार्थियों के परिणाम से कम है तो स्कूल को टू स्टार रैंकिंग मिलेगी।