
क्लियो कार्नी और बेल्जियम की राजकुमारी एलिजाबेथ (क्रेडिट- इंस्टाग्राम)
Harvard Trump Controversy: अमेरिका की ट्रंप सरकार ने इंटरनेशनल स्टूडेंट्स का एडमिशन करने के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अधिकार को रद्द कर दिया है, जिसे लेकर संस्थान और ट्रंप के बीच विवाद अब बढ़ता जा रहा है। हालांकि, कोर्ट ने अभी इस फैसले पर स्टे लगाया हुआ है। लेकिन स्टूडेंट्स इस फैसले का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। हावर्ड ट्रंप विवाद में अब दो नामी चेहरे की एंट्री हुई है। इनमें से एक हैं कनाडा के प्रधानमंत्री की बेटी क्लियो कार्नी और दूसरी बेल्जियम की राजकुमारी एलिजाबेथ। ऐसे में आइए जानते हैं इन दोनों का हावर्ड यूनिवर्सिटी से क्या रिश्ता है और ये कितनी पढ़ी-लिखी हैं-
क्लियो कार्नी कनाडा के पीएम मार्क कार्नी (Mark Carney) की बेटी हैं। उन्होंने हाल ही में हावर्ड में अपना पहला साल पूरा किया है। वह संसाधन दक्षता कार्यक्रम में स्नातक की छात्रा हैं।
बेल्जियम की राजकुमारी एलिजाबेथ ने हाल ही में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में सार्वजनिक नीति में अपने मास्टर की पढ़ाई पूरी की है और फिलहाल बेल्जियम में अपने घर वापस आ गई हैं। वो भी हार्वर्ड के नामांकन मुद्दों पर अधर में लटके 7000 अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से एक हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने एक हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) की विदेशी छात्रों को दाखिला देने की अर्हता रद्द कर दी है। इस कदम से वर्तमान में करीब 7000 अंतर्राष्ट्रीय छात्र प्रभावित होंगे। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका के मैसाचुसैट्स शहर के कैंब्रिज में स्थित एक निजी विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 1636 में हुआ था। हार्वर्ड अमेरिका में उच्च शिक्षा का सबसे पुराना संस्थान है।
Published on:
24 May 2025 07:55 pm
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