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खुशखबरी: आईआईटी कानपुर के छात्र अब ऑस्ट्रेलिया में कर सकेंगे पीएचडी, ला ट्रोब के साथ हुआ करार

इस करार के तहत संयुक्त रूप से दोनों विश्वविद्यालय के छात्रों को पी.एच.डी. करने के अवसर मिलेंगे और साझा शोध को बढ़ावा मिलेगा।

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आईआईटी कानपुर

नई दिल्ली । अब भारतीय छात्र भी ऑस्ट्रेलिया में पीएचडी कर सकते हैं। आस्ट्रेलिया की ला ट्रोब विश्वविद्यालय और आईआईटी कानपुर के बीच बुधवार को एक करार हुआ है। इसके तहत संयुक्त रूप से दोनों विश्वविद्यालय के छात्रों को पी.एच.डी. करने के अवसर मिलेंगे और साझा शोध को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि ला ट्रोब विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और प्रेजिडेंट प्रो. जॉन डेवर ने कहा कि इसके तहत सिंथेटिक और मेडिसिनल कैमिस्ट्री दवाओं की खोज एवं आपूर्ति में उपयोग के साथ मटीरियल विज्ञान पॉलीमर और नई बैट्री तकनीक समेत जीव विज्ञान और जीव इंजीनियरिंग, व्यक्तिगत स्वास्थ्य सेवा और जीन एडिटिंग तकनीक पर काम किया जाएगा।

2.5 करोड़ रुपए की मिलेगी स्कॉलरशिप

आपको बता दें कि प्रो. डेवर ने इस अवसर पर 500,000 आस्ट्रेलियन डॉलर (करीब2.5 करोड़ रुपए) से अधिक की 14 पीएचडी स्कॉलरशिप देने की घोषणा की। ये ला ट्रोब के साझेदार विश्वविद्यालय जेएसएस विश्वविद्यालय (मैसूर) में भारतीय विद्यार्थियों को पीएचडी करने के लिए दिए जाएंगे। स्कॉलरशिप में विद्यार्थियों को अध्ययन की अवधि में शिक्षा शुल्क और लगभग 25,000 रुपये प्रति माह जीवनयापन भत्ता दिया जाएगा। उन्हें उनकी उम्मीदवारी के दौरान लगभग 6 माह तक मेलबर्न कैम्पस में पढ़ने का अवसर दिया जााएगा जिसका सारा खर्च ला ट्रोब करेगा। प्रोग्राम पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को ला ट्रोब डॉक्टरेट की उपाधि देगा। गौरतलब है कि ला ट्रोब और जेएसएस विश्वविद्यालय वर्तमान में इस साझा पीएचडी प्रोग्राम के लिए दाखिले ले रही हैं। पूरे भारत से उच्च गुणवत्ता के आवेदन आए हैं और वर्तमान में विभिन्न प्रोजेक्ट के लिए विद्यार्थियों के चयन की प्रक्रिया चल रही है।

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70 प्रतिशत समय भारत और 30 प्रतिशत समय आस्ट्रेलिया में बिताना होगा

बता दें कि प्रो. डेवर कहा कि आईआईटी कानपुर से साझा पीएचडी जेएसएस मॉडल से भिन्न होगा। विद्यार्थियों को अपनी उम्मीदवारी के दौरान 70 प्रतिशत समय भारत और 30 प्रतिशत आस्ट्रेलिया में शोध अध्ययन पर देना होगा। इसके समापन पर ला ट्रोब और आईआईटी, कानपुर दोनों संयुक्त डिग्री प्रदान करेंगे। ला ट्रोब विद्यार्थियों में आवंटन के लिए बड़ी राशि का योगदान देगी जो उनकी उम्मीदवारी के दौरान जीवनयापन भत्ता के रूप में दिया जाएगा। वर्ष 2018 के मध्य से शुरू होने वाली अंतर्राष्ट्रीय स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा छात्रों के लिए ला ट्रोब विश्वविद्यालय एक बार फिर कुल शिक्षा शुल्क की 15 से 25 प्रतिशत तक की छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है। यह छात्रवृत्तियां प्रतिभा आधारित हैं और छात्रों को उनके पिछले शैक्षिक प्रदर्शन के अनुरूप पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दी जाएंगी।