
UGC NET 2024: यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने के बाद से ये लगातार खबरों में है। ऐसे छात्र जिन्होंने अब तक यूजीसी नेट नहीं दिया है उनकी भी दिलचस्पी इस परीक्षा में बढ़ गई है। कई लोग सवाल कर रहे हैं आखिर किसके द्वारा यूजीसी नेट परीक्षा कंडक्ट कराई जाती है, इसे देने का क्या फायदा है, आदि। आइए, जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
यूजीसी नेट परीक्षा (UGC NET Exam) का नाम है यूनिवर्सिटी ग्रैंट्स कमीशन नेशनल एलिजबिलिटी टेस्ट। इसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा कराया जाता है। मुख्यत: यूजीसी नेट परीक्षा साल में दो बारी होती है, दिसंबर और जून।
इस परीक्षा को अधिकांश वो लोग देते हैं जो एकेडमिक्स में जाने की इच्छा रखते हैं। ऐसे छात्र जो नेट देते हैं वे पहले पीएचडी और रिसर्च करते हैं और फिर प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर या एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर कॉलेजों, यूनिवर्सिटी आदि में पढ़ाते हैं। नेट परीक्षा करीब 100 विषयों में होती है और आप अपना विषय चुनकर उसमें परीक्षा दे सकते हैं। साफ शब्दों में समझें तो यह एक प्रकार का एंट्रेंस एग्जाम है, जिसके जरिए छात्र देश भर के विभिन्न विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स (PhD Courses) में दाखिला ले सकते हैं।
इस परीक्षा में बैठने के लिए कोई तय उम्र सीमा नहीं है। हालांकि, जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) संबंधित विषय में 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर्स किए कैंडिडेट परीक्षा दे सकते हैं।
ये परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में आयोजित की जाती है। इसमें मल्टीपल च्वॉइस क्वैश्चस पूछे जाते हैं। परीक्षा तीन घंटे की होती है। ये नेशनल लेवल का टेस्ट है जिसका एक पेपर सबके लिए कॉमन होता है, दूसरा पेपर आपके चुने गए विषय के मुताबिक होता है।
जेआरएफ क्रैक करने वाले कैंडिडेट रिसर्च करने के साथ ही हर महीने कुछ रकम पाते हैं। ये स्कॉलरशिप सरकार की ओर से दी जाती है। अलग-अलग विषयों में जेआरएफ निकालने के बाद अलग-अलग राशि मिलती है। वहीं केवल नेट परीक्षा पास करके लेक्चरशिप पाने वालों को ये सुविधा नहीं मिलती। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.nic.in पर जाएं।
Updated on:
20 Jun 2024 05:40 pm
Published on:
20 Jun 2024 02:46 pm
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