- कभी सपा के वरिष्ठ नेता और अब भाजपा में शामिल नरेश अग्रवाल ने सपा सरकार पर तंज कसते हुए कहाकि, सपा को अब अपना चुनाव चिन्ह बदलकर एके-47 कर लेना चाहिए। इसके साथ ही सभी दलों पर बारी बारी से निशाना साधा। भूल से अपनी ही सरकार का मजाक उड़ा दिया।
हरदोई. समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहाकि, सपा सरकार में माफिया को बढ़ावा दिया जाता है। सपा को अब अपना चुनाव चिन्ह बदलकर एके-47 कर लेना चाहिए। यूपी में सरकार वहीं पार्टी बनाएंगी जो सर्वसमाज को साथ लेकर चलती है। भाजपा ऐसी ही पार्टी है। श्रवण देवी मंदिर के पास मैदान में अनुसूचित जाति के सम्मेलन में भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहाकि, अगर सपा सरकार आई तो फिर प्रदेश में माफिया हावी हो जाएंगे। भाजपा ने माफिया राज को समाप्त किया है। सपा,बसपा एक ही जाति की पार्टी बनकर रह गई है। वही कांग्रेस विलुप्त हो चुकी है।
थोड़ा बाजार में भी बेच लें राशन
भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहाकि, योगीजी ने राशन दोगुना कर दिया है, 60-65 किलो गेहूं और चावल मिलने लगा है। हमने कहा इतना कहां खाएंगे, थोड़ा बाजार में भी बेच लें, उस रुपए में बच्चों के लिए कपड़े और सामान ले आएंगे और कभी कभी मूड ही बना लेंगे, क्या अंतर पड़ता है इससे, यह भाजपा ने किया और कोई करने वाला नहीं है।
अपना दल एक जाति की पार्टी
सपा, बसपा और कांग्रेस पर हमलावर नरेश अग्रवाल ने अपना दल को भी निशाने पर लिया और एक जाति की पार्टी करार दिया। दलितों को लुभाने के लिए कहा कि लोग उन्हें नरेश पासी भी कहते हैं, इस दौरान उन्होंने दलित बनने का तरीका भी बताया।
भाजपा के संग सभी जातियां
विपक्ष पर निशाना साधते हुए नरेश अग्रवाल ने कहाकि, हमारी पार्टी के साथ सभी जातियां हैं। एक जाति की समाजवादी पार्टी, एक जाति की बसपा और बसपा में जाति के साथ रुपया भी जोड़ लो बिना लक्ष्मी जी के वहां टिकट भी नहीं मिलता। कांग्रेस भी लुप्त हो गई ढूंढी जा रही है कहां है कौन से गड्ढे में कांग्रेस, अपना दल, पराया दल हमें नहीं पता कहां है, तो एक-एक जाति की पार्टी क्या सरकार बना लेगी।
पासी समाज उनके साथ है - नितिन अग्रवाल
uttar pradesh assembly election 2022 प्रदेश उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल ने कहाकि, पासी समाज ने उनका कभी साथ नहीं छोड़ा। जब तक पासी समाज उनके साथ है, उनको कोई भी चुनाव नहीं हरा सकता है। क्षेत्र में बाढ़ के प्रकोप को कम करने के लिए बांधा बनवाया, जिससे लोगों को बाढ़ से रहत मिली।