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राजस्थान विधानसभा चुनाव: शादी के लिए बुक कराई गाड़ी चुनाव ड्यूटी में लगी तो कैसे ले जाएंगे बारात

Rajasthan Assembly Election 2023 : 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे पर परिवार में शादी है।

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जयपुर

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Nupur Sharma

Oct 27, 2023

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Rajasthan Assembly Election 2023 : '23 नवंबर को देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे पर परिवार में शादी है। विधानसभा चुनाव की तारीख तो 25 नवंबर हो गई, लेकिन चिंता यह है कि शादी के लिए हमने जो गाड़ियां बुक करा रखी हैं, यदि उनको प्रशासन ने अधिग्रहण कर चुनाव ड्यूटी पर लगा दिया तो हम बारात कैसे ले जाएंगे...' कुछ इसी तरह की चिंता इन दिनों प्रदेशभर के उन परिवारों को सता रही है, जिनके यहां इस अबूझ सावे पर शादी समारोह का आयोजन होना है। पढ़िए यह खास रिपोर्ट:-

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अजमेर: तीन हजार से ज्यादा वाहनों को अधिग्रहित करेगा प्रशासन
आगामी 23 नवम्बर को अजमेर शहर और जिले में 1 हजार से अधिक शादियां होंगी। जिन घरों में इस अबूझ सावे पर शादी होनी है, उनका कहना है, कि हमने शादी की तारीख तय होते ही 'गाड़ियां बुक करा दी थीं। अब डर यह है कि जिन गाड़ियों को हमने बुक कराया, उन्हें कहीं प्रशासन अधिग्रहित न कर ले। प्रशासन ने वाहनों का अधिग्रहण करना शुरू कर दिया है। इससे लोगों को दूरस्थ इलाकों में बारात ले जाने में परेशानी हो सकती है। जिले करीब 3 हजार से ज्यादा वाहनों का अधिग्रहण होना है। इनमें 1500 से ज्यादा बस, कार, जीप शामिल हैं।

कोटा: 1500 शादियां, वाहन नहीं मिल रहे
कोटा जिले में देवउठनी एकादशी पर करीब 1500 शादियां होनी हैं। यहां 250 से अधिक बसों की बुकिंग हो चुकी है। जिन घरों में इस अबूझ सावे पर शादी समारोह है, उनका कहना है कि एडवांस बुकिंग वाले वाहनों का तो पता नहीं, लेकिन अब पता कर रहे हैं तो वाहन नहीं मिल रहे।

सीकर: रिश्तेदारों से कह रहे-अपने वाहन लाना
सीकर व नीमकाथाना जिले में 23 से 25 नवम्बर के बीच में चार हजार शादियां होनी हैं। जबकि चूरू जिले में 1500 से अधिक शादियां होनी हैं। सीकर, चूरू व नीमकाथाना जिलों में दस हजार से अधिक वाहनों का चुनाव के लिए अधिग्रहण किया जाना है। ऐसे में शादी वाले परिवारों को वाहन नहीं मिल रहे। रिश्तेदारों को शादी के कार्ड के साथ ही अपने-अपने वाहनों को लेकर आने के लिए कहा जा रहा है।

भरतपुर: यूपी जाकर बुक करा रहे वाहन
जिले में चुनाव के इर्द-गिर्द करीब 600 से 700 शादियां हैं। चुनाव की तिथि तय होने से बारात ले जाने के लिए बसों की करीब 80 से 90 प्रतिशत बुकिंग हो गई थी, यह अब 50 प्रतिशत तक रह गई है। टैक्सी संचालकों का कहना है कि शहर में 700 से 800 टैक्सी हैं। बुकिंग नहीं ले रहे हैं। डर यह है कि प्रशासन ने गाड़ी अधिग्रहित कर ली तो मुश्किल हो जाएगी। गाड़ी नहीं मिलने की स्थिति में भरतपुर के ज्यादातर शादी वाले परिवार उत्तरप्रदेश में जाकर वाहन बुक कर रहे हैं।

जोधपुर : जिले में एक हजार से अधिक शादियां
इस अबूझ सावे पर जोधपुर जिले में एक हजार से अधिक शादियां हैं। पूरे मारवाड़ में 2000 से 2500 शादियां हैं। यहां के परिवार भी चिंता में हैं। उनका कहना है कि शादी की तारीख तय होते ही सबसे पहले गाड़ियां बुक कराई थीं, लेकिन चुनाव के कारण चिंता हो रही है।

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उदयपुरः 110 वाहन अधिग्रहित हो चुके
यहां अभी तक 110 गाड़ियों का अधिग्रहण किया जा चुका है। चुनाव में करीब 2600 गाड़ियों का अधिग्रहण किया जाना है। आगामी 23 नवंबर को उदयपुर शहर में 300 से ज्यादा शादियां होनी हैं।