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Rajasthan Elections 2023: इस सीट पर बीजेपी-कांग्रेस में ही टक्कर तीसरे दल की ‘No Entry’

Rajasthan Assembly Elections 2023: विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहे है वैसे-वैसे चुनावी रंगत भी छाने लगी है। दोनों की प्रमुख पार्टियां (भाजपा-कांग्रेस) के साथ अन्य दल भी अपने प्रत्याशियों की सूचियां जारी करने में लगी हैं।

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चित्तौड़गढ़. Rajasthan Assembly Elections 2023: विधानसभा चुनाव के दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहे है वैसे-वैसे चुनावी रंगत भी छाने लगी है। दोनों की प्रमुख पार्टियां (भाजपा-कांग्रेस) के साथ अन्य दल भी अपने प्रत्याशियों की सूचियां जारी करने में लगी हैं। जहां प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे दल के प्रत्याशियों ने दोनों ही प्रमुख पार्टियों को पछाड़ते हुए परचम लहराया है लेकिन, अभी तक चित्तौडग़ढ़ विधासभा सीट पर निर्दलीय या अन्य दलों के प्रत्याशियों की दाल नहीं गली है। विधानसभा चुनाव 1990 में विक्रम सिंह (जनता दल) ने 28 फीसदी मत प्राप्त कर दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों के समीकरण बिगाडे थे लेकिन, सीट पर कब्जा नहीं जमा पाए। 1990 के विधानसभा के बाद हुए चुनाव में निर्दलीय व अन्य दलों के प्रत्याशी मैदान में तो उतरे लेकिन अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाए।

राजवी-जाड़ावत का पलड़ा बराबर
चित्तौडग़ढ़ विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान विधायक चंद्रभान आक्या का टिकट काटकर पूर्व में यहां से विधायक रहे नरपतसिंह राजवी को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। यहां पिछली बार के कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक सुरेंद्रसिंह जाड़ावत और राजवी में दो बार मुकाबला हुआ है। जिसमें दोनों का पलड़ा बराबर रहा है। 1998 में जाड़ावत ने राजवी को हराया तो 2003 में राजवी ने जाड़ावत को हराया है।

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निर्दलीय व अन्य दल के प्रत्याशी नहीं छोड़ पाए छाप
चित्तौडग़ढ़ विधानसभा पर हुए चुनाव में अबतक निर्दलीय व अन्य दल के प्रत्याशी चुनाव में मतदाताओं पर प्रभाव नहीं छोड़ पाए। लगभग सभी निर्दलीय व अन्य दलों के प्रत्याशी (1990 को छोड़कर) तो अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। अधिकांश प्रत्याशी तो दो-तीन फीसदी मत ही हासिल कर पाए।
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1993 चुनाव में 18 प्रत्याशी थे मैदान में
1977 में विधानसभा चुनाव में दो प्रत्याशी मैदान में थे लेकिन, उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय व अन्य दलों के प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में उतरने लगे। अबतक के विधानसभा में 1993 में हुए चुनाव में सर्वाधिक 18 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। 1990 में 16 प्रत्याशी मैदान में थे।