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सीबीएफसी के रिव्यू का इंतजार खत्म 19 अप्रैल को रिलीज होगी ‘द लिगेसी ऑफ जिनेश्वर’ मूवी

निर्माता बोले ये फिल्म भगवान महावीर को समर्पित। फ़िल्म में दर्शाए गए यूपी के ऐतिहासिक सीन, हस्तिनापुर का जम्बूदीप भी रहेगा आकर्षण।

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अगर आप जैन धर्म को मानते हैं या फिर जानना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। सीबीएफसी के रिव्यू और हफ़्तों तक चली सेंसर बोर्ड की उठापटक और न्यायिक प्रकिया के में फ़िल्म 'द लिगेसी ऑफ जिनेश्वर' पास हो गई है। फ़िल्म का ट्रेलर लॉन्च हो गया है। अब 19 अप्रैल को फ़िल्म रिलीज होगी।

फिल्म निर्माता अभिषेक मालू ने के अनुसार इस फ़िल्म में जैन धर्म की सरलता, इतिहास, संस्कृति, और मूल्यों को एक अद्वितीय सिनेमेटिक अनुभव के ज़रिए पर्दे पर लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महावीर जयंती के पावन अवसर पर 19 अप्रैल को इस प्रदर्शित किया जाएगा।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि फिल्म को लेकर कुछ असामाजिक तत्व अफवाह फैला रहे थे लेकिन फिल्म में किसी भी तरह की अभद्रता या अनुचित विषय नहीं है। सेंसर बोर्ड ने फ़िल्म को पास कर दिया है और 19 मार्च को फ़िल्म का प्रोमो जारी हो गया है ये भी इस बात का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि ये फ़िल्म ज्ञान और दया के प्रतीक भगवान महावीर को समर्पित है। ये भी बताया कि ये फ़िल्म सन 1928 में स्थापित महावीर टॉकीज़ के तहत बनी है ।

'द लिगेसी ऑफ जिनेश्वर' की टीम में प्रोजेक्ट निदेशक विवेक सुधींद्र कुलश्रेष्ठ हैं और निर्देशन प्रदीप पी जाधव एवं विवेक अय्यर का है। यह फिल्म 19 अप्रैल 2024 को महावीर जयंती के उपलक्ष्य पर सिनेमाघरों में रिलीज होगी। ये फ़िल्म बताती है कि तत्कालीन चुनौतियों का समाधान हमें भगवन महावीर स्वामी के मौलिक सिद्धांतों से मिलता है। फिल्म में राजा ऋषभ देव से लेकर भगवान महावीर तक का सफर और खरतरगच्छ की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को एक रोचक कहानी के रूप में दर्शाया गया है।

फिल्म के लेखक और गीतकार प्रशांत बेबार का कहना है कि यह फिल्म दर्शकों को एक आंतरिक यात्रा पर ले जाएगी। विवियन रिचर्ड और विपिन पटवा की आत्मिक संगीत और पद्मश्री कैलाश खेर, जावेद अली, और दिव्या कुमार की मंगलमय आवाज़ों के साथ दर्शकों को आकर्षित और मनोरंजन प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें प्रेरित भी करेगी।


इस फिल्म की खास बात यह भी है कि इसमें उत्तर प्रदेश के शहर मेरठ का बड़ा योगदान है। अभी तक आपने मेरठ के महाभारत कालीन शहर हस्तिनापुर को महाभारत में ही देखा है लेकिन अब आप इस शहर को नए कलेवर में इस फिल्म के माध्यम से भी देखेंगे इस फिल्म में हस्तिनापुर मैं स्थापित गगनचुंबी जंबूदीप को भी दर्शाया गया है। इतना ही नहीं फ़िल्म के गीत मेरठ में जन्मे कैलाश खेर की आवाज में हैं।