एटा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीजीपी ओपी सिंह अपनी पुलिस को भ्रष्टाचार मुक्त और आम लोगों को त्वरित न्याय दिलाने व मित्रवत व्यवहार किए जाने के लाख निर्देश दे रहे हों लेकिन यूपी पुलिस को शायद इसकी परवाह नहीं है। यही वजह है कि यूपी पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगातार सवालिया निशान उठ रहे हैं।
सवारियों से भरी मारुति वैन को मलावन थानाध्यक्ष द्वारा छोड़े जाने के एवज में 20 हजार रुपए की मांग की गई। एसओ और उनके ड्राइवर के बीच वैन छोड़े जाने को लेकर हुयी बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद एसएसपी एटा आशीष तिवारी ने मामले को बेहद गंभीर प्रकरण मानते हुए मलावन थानाध्यक्ष प्रमोद कुरील और ड्राइवर रणवीर को लाइन हाजिर कर दिया है। ऑडियो करीब एक माह पुराना बताया जा रहा है वहीं पूरे मामले की जांच एसएसपी ने एएसपी (क्राइम) ओपी सिंह को सौंप दी है और जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई किये जाने की बात कही है।