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नेताजी को अखिलेश यादव की भावपूर्ण श्रद्धांजलि “जो बसते हैं दिल में लोगों के…”, उमड़ा जन सैलाब

इटावा के सफाई में आज नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें परिवार के सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में चाहने वाले मौजूद थे। उनको चाहने वाले हाथों में तस्वीर लिए खड़े हैं।

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श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ा जन सैलाब

नेताजी को श्रद्धांजलि देते अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के इटावा सैफई में आज नेताजी की समाधि को फूलों से सजाया गया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। नेताजी के परिवार से जुड़े सदस्यों ने भी मौके पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। नेताजी अमर रहे के नारे लगे। दिन भर चलने वाले कार्यक्रम में लोगों के बैठने के लिए वाटरप्रूफ टेंट भी लगाया गया है। सर्वप्रथम अखिलेश यादव ने अपने चाचा रामगोपाल यादव के साथ समाधि स्थल पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।

अखिलेश यादव ने ट्वीट किया

अखिलेश यादव ने श्रद्धांजलि देने के बाद ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि "जो बसते हैं दिल में लोगों के, वह जाकर भी कहीं न जाते हैं"

आपके सिद्धांतों और प्रयासों को नमन करते हुए उन्हें और भी सरकार और सार्थक करने की वचनबद्धता के साथ श्रद्धांजलि!

प्रोफेसर रामगोपाल ने दी‌ श्रद्धांजलि

श्रद्धांजलि देते हुए प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि आज हम सभी नेताजी को याद कर रहे हैं।‌ समाजवादी पार्टी नेताजी की नीतियों पर चलकर आज हो रहे अन्याय से लड़ेगी। नेताजी के विचारों और संघर्षों ने कमजोर और वंचितों को सत्ता तक पहुंचा है। श्रद्धांजलि देने वालों में शिवपाल सिंह यादव डिंपल और अर्पणा यादव आदि शामिल थे।

नेताजी मुलायम सिंह यादव का परिचय

मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को सैफई में हुआ था। पहली बार 1967 में विधानसभा पहुंचे। 1974, 1977, 1985 और 1989 के विधानसभा चुनाव में सफलता मिली। 1982 से 85 के बीच विधान परिषद के सदस्य के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। तीन बार तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। जबकि 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी की स्थापना की की। ‌28 साल की उम्र से जनप्रतिनिधि बनने का जो सिलसिला शुरू हुआ तो नौ बार विधानसभा का प्रतिनिधित्व किए। जबकि सात बार सांसद बने।

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एक साल हुआ पूरा

लंबी बीमारी के बाद 10 अक्टूबर 2022 को उन्होंने अंतिम सांस ली। आज 1 साल पूरे होने पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समाधि स्थल को फूलों से सजाया गया। वाटरप्रूफ पंडाल लगाकर लगभग 5000 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। आज दिन भर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम चलेगा। नेताजी को चाहने वाले हाथों में उनकी तस्वीर लिए खड़े हैं। हजारों की संख्या में भीड़ भी इकट्ठा है। ‌