
PM Modi and CM Yogi File Photo on Bundelkhand Expressway
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इस क्षेत्र को बदलने में सबसे बड़ी भूमिका अदा करेगा। वहीं टूरिज़म की दृष्टि से भी नेशनल चंबल सेंचुरी और इटावा सफारी पार्क को बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से सबसे अधिक फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। चंबल घाटी में ना तो कोई भी डाकू सक्रिय और ना ही उसका आंतक दिखाई दे रहा है लेकिन एक समय जिन इलाकों से डाकुओं का खासा आतंक हुआ करता था उसी ओर से बुंदेलखंड एक्सप्रेस में निकला हुआ है। इन्ही डाकुओं के नाम से चित्रकूट,बांदा, हमीरपुर,जालौन,औरैया और इटावा की पहचान हुआ करती थी।
महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़ा इटावा
कभी महाभारत कालीन सभ्यता से जुडे उत्तर प्रदेश के इटावा मे चंबल के खूंखार डाकुओ का खासा आंतक हुआ करता था लेकिन आज इटावा की नई पहचान इटावा सफारी पार्क होने लगी है । इसी कारण इटावा देश दुनिया मे बडे पर्यटन केंद्र के रूप मे स्थापित हुआ दिख रहा है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का सबसे अधिक फायदा इटावा सफारी पार्क और नेशनल चंबल सेंचुरी का भ्रमण करने वाले को पर्यटकों को मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। असल में जो पर्यटक चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन आदि जिलों से इटावा सफारी पार्क आना चाहेंगे उनके लिए यह बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे बेहद मुफीद बंद पड़ा है।
Lion Safari in Etawah
बुंदेलखंड एक्सप्रेस से कोई भी पर्यटक मात्र 3 घंटे की दूरी तय करके इटावा सफारी पार्क बड़े ही आसानी से पहुंचा जा सकता है और 2 घंटे में इटावा सफारी पार्क का भ्रमण करने के बाद आसानी से कोई भी पर्यटक चित्रकूट भी 3 घंटे की दूरी तय करके वापस जा सकता है और कितनी दूरी तय करके दिल्ली की ओर सफर कर सकता है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे शुरू होने से डाकुओं के प्रभाव वाले क्षेत्र रहे चंबल इलाके को भी खासा फायदा पहुंचेगा। जो पर्यटक बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से आयेगे वो नेशनल चंबल सेंचुरी का आसनी से भ्रमण कर सकते है।
Chamble Sentury in Etawah
चंबल सेंचुरी में दुर्लभ प्रजाति के घड़ियाल, मगर ,डाल्फिन के अलावा सैकड़ों की तादात में पक्षियों के दीदार पर्यटक कर सकेगे । विश्व प्रसिद्ध इटावा सफारी पार्क को देखने के लिए बुंदेलखंड के पर्यटक आसानी से पहुंच सकते हैं जिसका फायदा ना केवल इटावा सफारी पार्क होगा बल्कि राज्य सरकार के खाते में खासा राजस्व पहुंचेगा।
Agra, Chitrakoot Direct Connected by Bundelkhand Express way
आगरा से चित्रकूट और चित्रकूट से आगरा जाने वाले पर्यटक आसानी से इटावा सफारी पार्क में आकर बब्बर शेरो समेत अन्य जानवरों का दीदार कर सकते है। इटावा सफारी पार्क के उपनिदेशक अरुण कुमार सिंह ऐसा मान कर के चल रहे हैं कि इटावा सफारी पार्क बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद कम से कम डेढ़ गुना पर्यटकों की वृद्धि हो जाएगी । इसलिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस में इटावा सफारी पार्क के लिए बेहद मुफीद माना जा रहा है । उन्होने कहा कि अभी तक जो पर्यटक बुंदेलखंड से इटावा नही आते थे अब एक्सप्रेस वे बनने के बाद आसानी से उस इलाके से पर्यटक आ सकेगे ।
सिंह ने बताया कि हम लोग इटावा सफारी के दर्शकों को और सुविधा देने के लिए वेव साइट के माध्यम से टिकिट बुकिंग आदि की सुविधा दी जा रही है । सौभाग्य से बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के चालू हो जाने से इटावा सफारी के दर्शकों की संख्या में लगभग डेढ गुना बढोत्तरी होने की संभावना है। यह एक्सप्रेस कई जनपदों को जोड रहा है, जिसके कारण दर्शकों की संख्या में बढोत्तरी होगी। इसके अलावा इस एक्सप्रेस वे से कई पर्यटन के लिए विख्यात स्थान भी जुड रहे है, उन स्थानों के दर्शकों से भी संख्या में बढोत्तरी होगी।
इटावा सफारी पार्क के क्षेत्रीय वन अधिकारी विनीत कुमार सक्सेना का कहना है कि जब बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के जरिए चित्रकूट,महोबा,हमीरपुर,जालौन, औरैया जिलो से पर्यटक इटावा सफारी पार्क पहुंचेंगे तो उनको शेर,हिरण,भालू,लेपर्ड आदि तो देखने को मिलेंगे ही साथ ही बड़े पैमाने पर तितलियां और स्थानीय वन्य जीव का भी दीदार होगा।
सक्सेना ने बताया कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे के चालू होने इटावा सफारी के दर्शकों की संख्या में लगभग 10 से 15 प्रतिशत की बढोत्तरी होगी। क्योकि जो लोग चित्रकूट से दिल्ली या दिल्ली से चित्रकूट की यात्रा करते है उनके लिए यह इटावा सफारी पिकनिक स्पाट के साथ ही साथ हाल्ट करने की भी एक अच्छा स्थान साबित होगा । इसके अलावा जो छात्र वनस्पिति या पर्यावरण क्षेत्र के शोधार्थियों के लिए भी यह क्षेत्र काफी मुफीद है।
Published on:
15 Jul 2022 07:58 pm
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