बालचंद्रन ने उनके सामने अपनी गलती मान ली। उस समय कैमरा ऑन था। सबकुछ फेसबुक पर लाइव हो रहा है। उस समय उसके वीडियो करीब 1 लाख 30 हजार लोग देख रहे थे। बालचंद्रन ने कहा कि उसका लड़की के साथ ऐसा कुछ करने का इरादा नहीं था। वह बस उससे मिलना चाहता था और कुछ नहीं। जब पीडोफाइल हंटर्स ने बालचंद्रन वाट्सएप पर चैट दिखाए तो वह टूट गया और कहने लगा कि मैं बस उस लड़की के साथ डिनर करके अच्छा समय गुजारना चाहता था। उसने चैट के हवाले से बताया कि वह लड़की उससे सेक्स करना चाहती थी, लेकिन उसका कोई इरादा नहीं था। मैं जानता हूं यह गलत और मैं अपनी गलती स्वीकारता हूं। इन सके बाद बालचंद्रन को बर्मिंघम क्राउन कोर्ट में में पेश किया गया जहां उसे 15 महीने की जेल की सजा सुनाई गई है।
दरअसल बालचंद्रन पूरी तरह से बच जाता, लेकिन उसने वाट्सएप चैट के दौरान उस लड़की से सेक्स के लिए उकसाने वाली बातें की थी। पूछताछ करने वालों ने बालचंद्रन के सामने उसका पूरा ब्योरा रख दिया और वह पकड़ा गया। बालचंद्रन कह रहा था कि लड़की ने उसे बताया था कि वह 18 साल की नाबालिग है, लेकिन उसने उसे बाद में बताया था कि वह 14 की है। उसने यह जानते हुए भी कि लड़की 14 साल की है तब भी उससे सेक्स करने की इच्छा रखी। दरअसल असल में वह लड़की कोई थी ही नहीं यह एक तरह का जाल था जो बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए पीडोफाइल हंटर्स ने रखा था।