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NEET UG 2024: मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना चाहते हैं तो यहां देखें NEET द्वारा किए गए संशोधन

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने से पहले जरूरी संसोधन के बारे में विस्तार से पढ़ें।

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NEET UG 2024

NEET UG Registration Update 2024: डॉक्टर बनने का सपना रखने वाले युवाओं को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) देना होता है। इस परीक्षा में सफल होने पर ही मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलता है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट यूजी के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने से पहले जरूरी संसोधन के बारे में विस्तार से पढ़ें।

नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट सिलेबस को अपडेट किया है। इस अपडेट के अनुसार, कुछ विषयों को हटा गया है तो वहीं अन्य विषयों को शामिल किया गया है। साथ ही परीक्षा का समय भी बदला गया है। अब नीट की परीक्षा 3 घंटे और 20 मिनट तक चलेगी। इस अनुसार परीक्षा दोपहर 2 बजे से शुरू होकर शाम 5:20 बजे तक चलेगी। वहीं अब उम्मीदवार प्रत्येक विषय के दो खंडों में से एक में प्रश्नों का उत्तर देने का विकल्प चुन सकते हैं। खंड-ए में 35 प्रश्न होंगे। वहीं खंड-बी में 15 प्रश्न होंगे, जिनमें से आप 10 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं।

नीट परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क में संशोधन किया गया है। विभिन्न वर्ग के लिए आवेदन शुल्क अलग-अलग है। अप्लाई करने से पहले एक बार संशोधित आवेदन शुल्क देखें-


नीट उम्मीदवार परीक्षा से संबंधित किसी प्रकार की आधिकारिक जानकारी के लिए neet.ntaonline.in पर जाएं।


नीट में प्रश्न पैटर्न और शुल्क के अलावा टाई-ब्रेकिंग नियम में भी बदलाव किए गए हैं। यह तय करते समय कि उम्मीदवारों में से उच्चतम ग्रेड किसे मिलेगा, अब उम्र और नीट यूजी आवेदन संख्या को ध्यान में नहीं रखा जाएगा।

ट्राई-ब्रेकिंग नियम के अनुसार यदि दो या दो से अधिक उम्मीदवार नीट यूजी की परीक्षा में समान स्कोर करते हैं तो बॉटनी, जूलॉजी या बायोलॉजी में अधिक स्कोर करने वाले स्टूडेंट को बेहतर रैंक दी जाती है। वहीं अगर बायोलॉजी में भी समान स्कोर होता है तो केमिस्ट्री स्कोर के आधार पर रैंकिंग होती है। यदि केमिस्ट्री में भी समान स्कोर रहा तो पेपर में से गलत और सही उत्तर की संख्या देखी जाती है और इस आधार पर रैंकिंग की जाती है, इसे ही ट्राई-ब्रेकिंग नियम कहते हैं।