
credit card fee
नई दिल्ली : Credit Cards बनवाने के लिए अक्सर आपको फोन कॉल्स आते रहते हैं या आपने नोटिस किया होगा कि मॉल्स में भी लोग खड़े रहते हैं और आपको क्रेडिट कार्ड ( credit card ) बनवाने के ऑफर्स देते रहते हैं। इन्हें देखकर ये तो आसानी से समझा जा सकता है कि हमारा क्रेडिट कार्ड बनवाना बैंकों के लिए काफी फायदे का सौदा होता है। अब आपको ये समझना होगा कि आखिर बैंको को ये फायदा होता कैसे है।
दरअसल बैंक इन कार्ड्स के इस्तेमाल के बदले आपसे एक-2 नहीं बल्कि पूरे 6 छिपे हुए चार्जेज लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें फायदा होता है लेकिन बैंक ये चार्जेज अपने ग्राहकों से छिपाते हैं। इसीलिए आज हम आपको क्रेडिट कार्ड पर लगने वाले इन चार्जेज ( credit card fee ) के बारे में बता रहे हैं ताकि आप इनके बारे में जानकर अपने कार्ड्स के इस्तेमाल को लेकर थोड़े सजग हो जाएं ।
Maintenance Charges: बैंक कार्ड इस्तेमाल करने के बदले सालाना मेंटेनेंस फीस लेते हैं। अगर बैंक आपको फ्रीम में क्रेडिट कार्ड देने ककी बात करते हैं तो उसका मतलब होता है कि सिर्फ ज्वाइनिंग फीस और एनुअल चार्ज को ही हटाया गया है और वो भी एक निश्चित टतक काइम पीरियड के लिए।
Cash Advance Fee: बैंक ग्राहकों को उनके क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने की फैसिलिटी देते हैं लेकिन ये फ्री में नहीं होता । बैंक आपके द्वारा निकाले गए पैसों पर 2.5 फीसद तक चार्ज वसूल करता है।
Credit Card Late Payment: क्रेडिट कार्ड पेमेंट में लेट होने पर बैंक आपसे इंटरेस्ट वसूल करते हैं, ये ब्याज दर काफी ज्यादा होता है। कई बार लोग मिनिमम अमाउंट का भुगतान करते लेकिन ऐसा करके आप कर्ज के दलदल में फंसा सकता है। बैंक इस पर इंटरेस्ट चार्ज वसूलते हैं।
Overdraft Charge : बैंक अपने कार्ड होल्डर्स को कार्ड की लिमिट से ज्यादा कर्ज लेने का ऑप्शन देते हैं, लेकिन इसके बदले में वो ओवरड्राफ्ट चार्ज क्रेडिट कार्ड पर लागू होता है।
GST Charge: क्रेडिट कार्ड से के सभी ट्रांजेक्शन्स पर जीएसटी लागू होता है जो कि निर्धारित दरों के हिसाब से लागू होता है।
Surcharge On Credit card Transaction : पेट्रोल या रेलवे टिकट के लिए जब क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया जाता है तो आपको एक्सट्रा पेमेंट करना पड़ता है।
Published on:
25 Jun 2020 05:20 pm
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