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BanK Strike: बजट के दिन बैंकों की हड़ताल, लगातार तीन दिनों तक बंद रहेंगे बैंक

locationनई दिल्लीPublished: Jan 31, 2020 12:30:49 am

Submitted by:

Saurabh Sharma

31 जनवरी से लेकर 2 फरवरी तक बंद तीन दिन बंद रहेंगे बैंक
आर्थिक सर्वे और बजट के दिन हैं बैंकों की हड़ताल 2 फरवरी को संडे

Bank Strike on Budget Day

Banks Strike on Budget Day, Banks will Close for three Consecutive Day

नई दिल्ली। अगर आपकी जेब में रुपए कम पड़ें हैं और खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं या बैंक में कुछ काम है और आप शुक्रवार का इंतजार कर हैं तो संभल जाइए क्योंकि 31 जनवरी से लेकर 2 फरवरी तक बैंक बंद रहने वाले हैं। इनमें से दो दिन तो बैंकों की हड़ताल है और तीसरे दिन संडे है। 31 जनवरी को शुक्रवार है और आर्थिक सर्वे भी इसी दिन है ऐसे में बैंकों की ओर से हड़ताल रखी गई है। वहीं एक फरवरी को शनिवार है और पहला शनिवार होने के कारण बैंक बंद ही रहते हैं। फिर भी बैंक कर्मचारियों ने इस भी हड़ताल कॉल की है। 2 फरवरी को रविवार का दिन है। जिस दिन बैंक बंद ही रहते हैं। ऐसे में जनवरी की सैलरी आने में देरी हो सकती है।

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कैश की हो सकती है किल्लत
तीन दिनों तक बैंक बंद होने के कारण देश के लोगों को कैश की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। बैंकों का कामकाज बंद होने से एटीएम में रुपयों को रीफिल करने का काम नहीं किया जाएगा। जिसकी वजह से कैश क्रंच का सामना करना पड़ सकता है। इन परेशानियों से बचने के लिए आपको यही सलाह है कि पहले से ही इसका इंतजाम कर लें। ताकि आपको इन तीन दिनों में किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। आपको बता दें कि जनवरी के महीने में बैंकों ने यह दूसरी बार हड़ताल की है। इससे पहले 8 जनवरी को भारत बंद में भी 6 बैंक कर्मचारी यूनियन शामिल हुए थे। उस दिन ज्यादातर बैंक बंद रहे थे और जो खुले भी थे उसके कामकाज पर काफी असर पड़ा था।

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आखिर क्यों कर रहे हैं बैंक हड़ताल
इंडियन बैंक एसोसिएशन द्वारा कॉल की गई इस हड़ताल में कई मांगों को उठाया जा रहा है। बैंक अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से सरकार के सामने जा चुके हैं। उसके बावजूद उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। मांगों की मानें तो बैंकों का कहना है कि समान काम की समान सैलरी, काम का समय निर्धारित करने, पारिवारिक पेंशन आदि पूरी की जाएं। बैंकों ने साफ कर दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वो अनिश्चितकाल हड़ताल पर चले जाएंगे।

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