एसबीआई ने किया कटौती का ऐलान
बैंक की ओर से बयान में कहा गया है कि इकोनॉमी के समर्थन में आरबीआई की असाधारण मौद्रिक नीति के जवाब में एसबीआई पूरी 75 आधार अंकों की दर कटौती अपने उधारीकर्ताओं को हस्तांतरित करेगा।” एसबीआई ने एक्सटर्नल बेंचमार्क-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 7.80 प्रतिशत से घटाकर 7.05 प्रतिशत वार्षिक कर दिया है और रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 7.40 से 6.65 फीसदी वार्षिक कर दिया है। इसके बाद होम लोन, 30 साल के लोन प्लान पर प्रति एक लाख पर लगभग 52 रुपए सस्ता हो जाएगा।
आरबीआई ने लिया फैसला
कोरोनावायरस महामारी के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले असर से निपटने के लिए आरबीआई ने शुक्रवार को रेपो रेट को 75 आधार अंक घटाकर 4.4 कर दिया। अक्टूूबर 2019 की मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद रेपो रेट में यह पहली कटौती है। यह मौद्रिक नीति समीक्षा पहले 31 मार्च और तीन अप्रैल को होने वाली थी, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण इसे 24, 26 और 27 मार्च को आयोजित करनी पड़ी। चूंकि आरबीआई ने ब्याज दर में कटौती की है, लिहाजा बैंकों के पास अब खुदरा ऋण पर ब्याज दर घटाने का अवसर है। इससे आम आदमी और कारोबारी को मदद मिलेगी।
सीतारमण ने आरबीआई की दर कटौती को सराहा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के ऐलानों के कदम की प्रशंसा की औरृ कहा कि खुदरा ऋण की कम लागत और घटी ब्याज दर को तत्काल जनता तक पहुंचाने की जरूरत है। सीतारमण ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा कि टर्म-लोन की किस्तों के भुगतान और कामकाजी पूंजी पर ब्याज को तीन महीने के लिए स्थगित करने से कोरोनावायरस के भय के बीच राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान लोगों को एक बड़ी राहत मिलेगी। वित्तमंत्री ने कहा कि वित्तीय स्थिरता पर आरबीआई के शक्तिकांत दास के आश्वासन भरे शब्द सराहनीय हैं। टर्म लोन की किश्तों के भुगतान और कामकाजी पूंजी पर ब्याज के भुगतान पर तीन महीने की रोक से अत्यावश्यक राहत मिलेगी।