यह खास स्कीम हरियाणा सरकार की ओर से चलाई जा रही है। इसमें राज्य सरकार की ओर से पढ़ाई, लिखाई, दवाई और शादी समेत अन्य 19 तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। इस स्कीम में वर्कर को सरकार के वेलफेयर फंड में हर महीने 25 रुपए से लेकर अधिकत 75 रुपए जमा करने होंगे। उदाहरण के तौर पर अगर किसी वर्कर की सैलरी से 25 रुपए कटते हैं तो कंपनी प्रबंधन की ओर से 50 रुपए अपनी ओर से मिलाए जाएंगे। सरकारी निर्देश के मुताबिक हर फैक्ट्री के गेट पर इस स्कीम का बोर्ड लगाना अनिवार्य है। जिससे श्रमिक भी इस स्कीम का लाभ ले सकें।
बेटी की शादी के लिए मिलेगी मदद
हरियाणा सरकार की इस योजना के तहत अगर कोई महिला श्रमिक शादी करने वाली है तो उसे 51000 रुपए दिए जाएंगे। वहीं अगर श्रमिक की बेटी है और वह उसकी शादी करने वाली है तब भी सरकार की ओर से उनकी शादी में 51 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। रुपए शादी से तीन दिन पहले खाते में आएंगे।
पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे रुपए
अगर किसी श्रमिक के लड़के-लड़कियां कक्षा 1 से 12वीं तक पढ़ाई जारी रखते हैं तो बच्चों को स्कूल ड्रेस, कॉपी-किताब आदि खरीदने के लिए हर साल 3000 से 4000 रुपए की मदद दी जाएगी। अगर श्रमिक के बच्चे 9वीं से लेकर आगे पढ़ाई करते हैं तो उन्हें 5000 से लेकर 16000 रुपए मिलेंगे। इसी तरह उन्हें खेलकूद के लिए भी अलग से वित्तीय सहायता दी जाएगी।
इन सुविधाओं का भी मिलेगा लाभ
1.महीने में 18,000 रुपए वेतन पाने वाले श्रमिकों को हर पांच साल में सरकार एक बार 3 हजार रुपए देगी। जिससे वे अपने लिए साईकिल खरीद सके। 2.महिला श्रमिकों को नई सिलाई मशीन खरीदने के लिए हर पांच साल में एक बार 3500 रुपए दिए जाएंगे।
3.अगर कोई कर्मचारी पांच साल तक जॉब करता है तो उसे 1500 रुपए LTC (Leave Travel Concession) की सुविधा मिलेगी। 4.कार्यस्थल पर काम करते वक्त मौत होने पर आश्रित को 5 लाख रुपए, जबकि किसी अन्य कारण से मौत पर उसके परिवार को 2,00,000 रुपए दिए जाएंगे। वहीं कार्यस्थल से बाहर मृत्यु होने पर दाह संस्कार के लिए भी आर्थिक मदद दी जाएगी।