बैंक को देनी होगी जानकारी- अगर आप गलत अकाउंट में पैसा ट्रांसफर ( online money transfer ) कर देते हैं तो इस बात की जानकारी आप तुरंत अपने बैंक ( bank ) को कर दे ताकि वो पैसा रिवर्स करने का प्रोसेस शुरू कर सकें। अगर दोनो खाते एक ही बैंक में हैं प्रोसेस शुरू होने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा लेकिन अगर खाता अलग -अलग बैंक में है तो इस काम 3-4 दिन तक लग सकते हैं। लेकिन यहां एक और बात ध्यान देने वाली है कि आपको बैंक को अपनी गलती के बारे में बताते हुए बाकायदा प्रूफ देना होगा।
ट्रांजेक्शन का स्क्रीनशॉट ( online transaction ) देने पर ही बैंक आपकी मदद की प्रक्रिया को शुरू करेगा। क्योंकि ये प्रूफ देखेने के बाद ही बैंक उस खाताधारक ( account holder ) को सूचित कर पैसे वापस लेने की प्रक्रिया को शुरू करेगा । इसमें फिर 3-4 दिना का वक्त लग सकता है।
रिसीवर के ऊपर किया जा सकता है केस- वैसे तो ज्यादातर मामलों में रिसीवर पैसे लौटाने को तैयार हो जाता है, लेकिन अगर वह ऐसा करने से मना करता है तो आपके पास उस पर केस दर्ज करने का हक होता है। इसीलिए कई बार आपका पैसा जल्दी खाते में ट्रांसफर हो जाता है तो कई बार एक से दो महीने का समय भी लग जाता है।
अगर आप गलत अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं तो आपका पैसा वापस करने की जिम्मेदारी बैंक की होती है rbi ने बैंकों को इस बारे में निर्देश दिए हैं यही वजह है कि पैसा ट्रांसफर होने केक साथ आने वाले मैसेज में बैंको को इन्फॉर्म करने का ऑप्शन दिया गया होता है । बैंक आपके पैसे को गलत खाते से सही खाते में लौटाने के लिए जिम्मेदार इस तरह के केस में बैंकों को जल्द से जल्द कदम उठाने के आदेश होते हैं ।