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Mahila Udyam Nidhi Scheme : बिना गारंटी के महिलाओं को बैंक देगी 10 लाख रुपए तक का लोन, घर बैठे शुरू कर सकती हैं बिजनेस

Mahila Udyam Nidhi Scheme : महिला उद्योग निधि योजाना के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से चलाई जा रही ये स्कीम सिलाई-कढ़ाई और जैम-जेली बनाने समेत अन्य छोटे उद्योग कर सकती हैं शुरू

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Soma Roy

Jul 13, 2020

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Mahila Udyam Nidhi Scheme

नई दिल्ली। महिलाओं के विकास (Women Empowerment) के लिए तमाम सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं इन्हीं में से एक है महिला उद्योग निधि 9Mahila Udyam Nidhi Scheme) योजना। इसके तहत महिलाएं घर बैठे छोटे बिजनेस से अच्छी कमाई कर सकती हैं। इसके लिए पीएनबी समेत अन्य बैंक 10 लाख रुपए तक का लोन (Bank Loan) देते हैं। अच्छी बात यह है कि इसमें लोन लेने के लिए किसी सिक्योरिटी या गारंटी की जरूरत नहीं होती है। तो क्या है ये योजना और कैसे आप उठा सकती हैं लाभ आइए जानते हैं।

क्या है महिला उद्योग निधि योजना
स्मॉल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक (SIDBI) के तहत महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सशक्त बनाने के तहत महिलाओं को सस्ती दरों पर लोन महुैया कराया जाता है। जिससे वो अपना बिजनेस शुरू कर सकें और कमाई करके आत्मनिर्भर बन सकें। इससे दूसरी महिलाओं के लिए भी रोजगार के अवसर बढ़ते हैं। महिला उद्योग निधि योजना की ओर से दी जाने वाली रकम का उपयोग आप छोटे व्यवसाय (MSME) द्वारा सर्विस, मैन्चुफैक्चरिंग और प्रॉडक्शन से जुड़ी गतिविधियों में कर सकती हैं। इस योजना के तहत दी जाने वाली अधिकतम लोन भुगतान अवधि 5 वर्ष से 10 वर्ष तक है।

लाभ लेने के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्तें

1.छोटे व्यवसाय (MSME), अति-छोटे व्यवसाय (SSI) की शुरुआत करने के लिए आवेदक महिला उद्यमी होनी चाहिए।
2.व्यवसाय में महिला उद्यमी का मालिकाना हक़ 51% से कम नहीं होनी चाहिए।
3.जो भी बिजनेस शुरू करें उसमें 5 लाख रु. के न्यूनतम निवेश हो और 10 लाख रुपए से अधिक खर्च न हो।
4.प्रोजेक्ट खर्च के 25% तक का लोन अधिकतम 2.5 लाख रु. प्रति प्रोजक्ट महिला उद्यमियों के लिए पेशकश की जाती है।
5.लोन भुगतान अवधि 10 वर्ष तक है, जिसमें 5 वर्ष की मोरेटोरियम अवधि (लोन लेने के पाँच वर्ष बाद उसका भुगतान शुरू करना) शामिल है।
6.योजना के तहत दिए जाने वाले लोन पर लगने वाली ब्याज दरें SIDBI की ओर से तय की जाती है इसलिए बैंकों की ओर से दरें अलग—अलग हो सकती हैं।
7.स्वीकृत लोन के अनुसार संबंधित बैंक प्रति वर्ष 1% का सर्विस टैक्स लिया जाता है। ये बैंकों या वित्तीय संस्थानों पर निर्भर करता है।

इन बिजनेस को कर सकती हैं शुरू
महिला उद्योग निधि योजना के तहत ब्यूटी पार्लर, सैलून, सिलाई, कृषि और कृषि उपकरणों की सेवा, कैंटीन और रेस्टोरेंट, नर्सरी, लॉन्ड्री और ड्राई क्लीनिंग, डे केयर सेंटर, कम्प्यूटराइज़्ड डेस्क टॉप पब्लिशिंग, केबल टीवी नेटवर्क, फोटोकॉपी (ज़ेरॉक्स) सेंटर, सड़क परिवहन ऑपरेटर, प्रशिक्षण संस्थान, वॉशिंग मशीन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल गैजेट्स रिपेयरिंग, जैम—जेली व मुरब्बा बनाना आदि छोटे उद्योग शुरू किए जा सकते हैं।