3 जुलाई को पूरा होगा कार्यकाल
विश्वनाथन इस समय भी आरबीआई के डिप्टी गवर्नर है और उनका मौजूदा कार्यकाल तीन जुलाई को पूरा हो रहा है।विश्वनाथन का पहला कार्यकाल पूरा हो जाने के बाद उनको एक बार फिर से डिप्टी गवर्नर के पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा और इनका आगामी कार्यकाल 4 जुलाई से प्रभावी हो जाएगा। इस समय एन एस विश्वनाथन के अलावा इस समय बी पी कानूनगो ( B.P. Kanungo ) और एम के जैन ( M. K. Jain ) केंद्रीय बैंक के डिप्टी गवर्नर हैं। चौथे डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ( viral acharya ) थे।
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24 जून को विरल आचार्य ने दिया था पद से इस्तीफा
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने 24 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। आचार्य को दिसंबर 2016 में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल छह महीने बाद खत्म होने वाला था, लेकिन उन्होंने मोदी सरकार के बजट से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद आरबीआई में अब तीन डिप्टी गवर्नर एन एस. विश्वनाथन, बी. पी. कानूनगो और एम. के. जैन बचे हैं।
2016 में हुई थी नियुक्ति
आपको बता दें कि इससे पहले भी एनएस विश्वनाथन को 4 जुलाई, 2016 को तीन वर्षों की अवधि के लिए RBI डिप्टी गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया था। इस समय रिजर्व बैंक के पास सबसे वरिष्ठ डिप्टी गवर्नर एनएस विश्वनाथन हैं। विरल आचार्य द्वारा इस्तीफा देने के बाद सरकार के सामने दो नए डिप्टी गवर्नर को नियुक्त करने की जिम्मेदारी थी।
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