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सपा से निष्कासन के बाद विजय प्रताप ने रामगपोल यादव पर लगाए गंंभीर आरोप, देखें वीडियो

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने सपा के प्रो. रामगोपाल यादव का बताया भाजपा के पूर्व मंत्री से गुप्त समझौता।

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Vijay Pratap

सपा से निष्कासन के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने रामगपोल यादव पर लगाए गंंभीर आरोप, देखें वीडियो

फिरोजाबाद। समाजवादी पार्टी ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व सिरसागंज विधानसभा से विधायक हरीओम यादव के पुत्र विजय प्रताप को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। पार्टी ने उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाया। पार्टी से निष्कासन के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने वार्ता बुलाकर सपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उन्हें साजिश के तहत पार्टी से निष्कासित किया गया है। प्रो. रामगोपाल यादव पर पूर्व मंत्री के साथ गुप्त समझौता करने का आरोप भी लगाया।

मैंने नहीं किया पार्टी विरोधी काम

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह यादव ने बीते दिन सपा से निष्कासित किये जाने के बाद कहा कि मेरे द्वारा कभी भी पार्टी विरोधी कार्य नहीं किया गया है, न ही कभी मैंने कोई अनुशासनहीनता की है। मेरे खिलाफ साजिश रचकर और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को गुमराह करके मेरे खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई हुई है। मैंने और विधायक जी ने पैंगू गढ़ी में मृतक श्यामवीर के परिवार को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया था जिसका परिणाम मुझे निष्कासन के रूप में मिला।

गुप्त समझौते के कारण मृतक के घर नहीं पहुंचे रामगोपाल

उन्होंने आगे बताया प्रोफेसर रामगोपाल यादव के कहने पर ही मैंने अविश्वास प्रस्ताव के बाद जिला पंचायत के चुनाव की तैयारी की थी, लेकिन प्रोफेसर रामगोपाल का पूर्व मंत्री जयवीर सिंह से गुप्त समझौता है। जयवीर सिंह के शर्त रखने पर कि विजय प्रताप को अध्यक्ष न बनने दिया जाए लोकसभा चुनाव में गुप्त रूप से अक्षय यादव को समर्थन करने की सहमति पर प्रोफेसर रामगोपाल की स्वीकृति के बाद ही मेरी सदस्यता समाप्त हुई और मुझे जेल जाना पड़ा। श्यामवीर की मृत्यु पर परिवारीजनों द्वारा जयवीर सिंह और उनके पुत्र द्वारा हत्या में सहयोग करने में मेरा समर्थन भी प्रोफेसर रामगोपाल यादव को रास नहीं आ रहा था क्योंकि वह जयवीर सिंह को नाराज नहीं करना चाहते थे। यही वजह है कि वह आज तक मृतक के घर पर सांत्वना देने नहीं पहुंचे हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर कोई टिप्पणी उनके द्वारा नहींं की गई। जनता के साथ किसी भी तरह से अन्याय होने पर उनके साथ खड़ा रहूंगा। चाहे इसके लिए उन्हें कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।