मरीजों ने खोली पोल
बाहरी व्यक्ति द्वारा अस्पताल के बाहर से लाने वाली दवाओं को लिखा जा रहा था और तीमारदार अपन मरीजों को बचाने के लिए मजबूूरी में बाहर से दवाएं लेकर आने को विवश हैं। तीमारदारों ने बताया कि उक्त व्यक्ति द्वारा वार्ड मेें भर्ती मरीजोंं को न केवल देखा जा रहा है बल्कि उनके लिए दवाएं भी लिखी जा रही हैं। वह उसे अस्पताल का कर्मचारी समझ रहे थे जबकि उसका अस्पताल सेे दूूर—दूूर तक कोई लेना देना नहीं है। बताया कि पर्चा लिखने के बाद उक्त व्यक्ति द्वारा उन्हेंं अस्पताल के बाहर बने मेडिकल स्टोर पर भेजा जाता है। सभी मरीजोंं के तीमारदार वहीं से दवाएं लेकर आ रहे हैं। मीडिया कर्मियोंं को देखकर उक्त व्यक्ति वार्ड से बाहर निकल गया। इस मामले को लेकर सीएमएस डॉ. आलोक कुमार का कहना है कि इस प्रकार का कोई व्यक्ति हमारे यहां कार्यरत नहीं है। हम मामले की जांच करा कार्रवाई करेंगे।
बाहरी व्यक्ति द्वारा अस्पताल के बाहर से लाने वाली दवाओं को लिखा जा रहा था और तीमारदार अपन मरीजों को बचाने के लिए मजबूूरी में बाहर से दवाएं लेकर आने को विवश हैं। तीमारदारों ने बताया कि उक्त व्यक्ति द्वारा वार्ड मेें भर्ती मरीजोंं को न केवल देखा जा रहा है बल्कि उनके लिए दवाएं भी लिखी जा रही हैं। वह उसे अस्पताल का कर्मचारी समझ रहे थे जबकि उसका अस्पताल सेे दूूर—दूूर तक कोई लेना देना नहीं है। बताया कि पर्चा लिखने के बाद उक्त व्यक्ति द्वारा उन्हेंं अस्पताल के बाहर बने मेडिकल स्टोर पर भेजा जाता है। सभी मरीजोंं के तीमारदार वहीं से दवाएं लेकर आ रहे हैं। मीडिया कर्मियोंं को देखकर उक्त व्यक्ति वार्ड से बाहर निकल गया। इस मामले को लेकर सीएमएस डॉ. आलोक कुमार का कहना है कि इस प्रकार का कोई व्यक्ति हमारे यहां कार्यरत नहीं है। हम मामले की जांच करा कार्रवाई करेंगे।