
VIDEO: RSS कार्यकर्ता के हत्यारोपी ने दिया ऐसा बयान कि SSP करने लगे पत्रकारों से कैमरे ऑफ करने का इशारा
फिरोजाबाद। पुलिस राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता के हत्याकांड का खुलासा करने का दावा कर वाहवाही लूट रही है लेकिन आरोपी पवन का पुलिस कप्तान के सामने दिया गया बयान पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठा रहा है। आरोपी पवन ने पुलिस कप्तान की मौजूदगी में मीडिया के सामने कहा मुझे झूठा फंसाया गया है, जुल्म कबूलने के लिए मुझे टॉर्चर किया है। इतना ही नहीं आरोपी ने बड़ा आरोप लगाया है, कप्तान की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही उसने कहा कि पुलिस मेरी हत्या कर सकती है।
एसएसपी की पीसी मेंं आरोपी ने लगाई गंभीर आरोप
एसएसपी राहुल यादवेन्दु ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कान्फ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने आरएसएस कार्यकर्ता संदीप शर्मा के हत्याकांड का खुलासा करने का दावा किया। इसी दौरान उन्होंने पवन उपाध्याय नाम के एक हत्यारोपी को पेश किया। लेकिन हत्यारोपी ने कप्तान के सामने ही उनके खुलासे पर सवाल उठा दिए। पवन ने कहा कि पुलिस ने उसे रात को बारह बजे ऑफिस में बुलाया, उसे औऱ उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। आरोपी पवन ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी और मां को भी पुलिस लेकर आई है। जैसे ही पवन ने आरोप लगाने शुरु किए एसएसपी राहुल यादवेंदु असहज हो गए और उसे मीडिया से कैमरे बंद करने का इशारा करते हुए उसे चुप कराने की कोशिश करने लगे। लेकिन आरोपी पवन बोलता रहा, पुलिस पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप भी लगाया।
पीसी खत्म होने से पहले ही चुप कराते हुए आरोपी को ले गई पुलिस
आरोपी पवन ने कहा कि उससे पुलिस ने दो तरह के बयान करवाए हैं। पवन के मुताबिक किसी अश्वनी को फंसाने के लिए पुलिस ने बयान कराए इसके अलावा किसी एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ भी बयान कराए गए हैं। इतने में पुलिस बीच पीसी में ही आऱोपी को जबरन खींचते हुए मीडिया के सामने से हटा ले गई। आरोपी पवन बार-बार कहता रहा कि 'ये आज जान से मार देंगे मुझे, मेरी आप लोगों से आज ये आखिरी मुलाकात है। कल भी मुझे बहुत मारा था।'
क्या है पुलिस की थ्योरी
वहीं एसएसपी की मानें तो पवन उपाध्याय ने बताया कि संदीप से कई बार उसका विवाद हुआ है। वर्ष 2014-15 में अपनी दुकान का छज्जा निकलवा रहा था जिसका मोहल्ले के लोगों ने विरोध किया। विरोध की अगुआई संदीप शर्मा कर रहे थे। पवन ने उस समय संदीप के सीने पर रिवॉल्वर रख दी थी। आसपास के लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें छुड़ाया था। वहीं पिछले वर्ष पिछले वर्ष दीपावली के समय वो अपनी पत्नी के साथ अपनी दुकान पर बैठे थे, तभी संदीप शर्मा आया और उसने पवन उपाध्याय से पत्नी की ओर इशारा करते हुए कहा कौन है? पवन ने कहा पत्नी, तो संदीप ने बोला असली कि नकली। इस बात पर पत्नी से झगड़ा हो गया और जब मारपीट की तो सार्वजनिक रूप से पवन ने विरोध किया। पवन का कहना है कि पूनम नामक एक महिला उसके घर उसके यहां किराए पर रहती थी, संदीप ने उस महिला के साथ उसके गलत संबंध होने की अफवाह फैलायी। कुछ दिन पूर्व एक बारात में संदीप शर्मा ने मुझसे कहा औरतों का सौदागर जा रहा है तब मैंने कुछ नहीं बोला, अंत में उसे ठिकाने लगाने का ठान लिया।
मरवाने को दी सुपारी
पवन उपाध्याय द्वारा टापा खुर्द निवासी अश्वनी वर्मा द्वारा संदीप शर्मा को मरवाने के लिए एक लाख बीस हजार रूपये तय करके सुपारी दी गई थी। लेकिन उसने बीमारी के कारण टाल दिया और चैक के माध्यम से उसे 50 हजार रूपये वापस किये। काम के बाबत अपराधी सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश पुत्र रामबाबू निवासी संगम नगर से मिलवाया। बीस दिन पूर्व रामप्रकाश से मुलाकात हुयी जिससे संदीप को दो लाख में मारना तय हुआ। इसी काम का बीस हजार रूपये बतौर एडवांस पवन उपाध्याय द्वारा दिया गया था। इस पर सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश द्वारा अपने साथी अनिल उपाध्याय उर्फ बाॅबी को मिलवाया था। पुलिस वांछित आरोपी अनिल उपाध्याय उर्फ बाॅबी, सत्ताईस उर्फ रामप्रकाश, अश्वनी वर्मा की तलाश कर रही है।
Published on:
06 Jul 2018 03:47 pm
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