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Ayodhya Verdict: सुहागनगरी की गंगा—जमुनी सभ्यता की यह दो धर्म गुरू फिर बने मिशाल

— शहर काजी शाह नियाज अली और पंडित विजय आनंद गिरी ने दिया शांति और एकता का संदेश।

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Dharm Guru

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फिरोजाबाद। अयोध्या फैसले के बाद सुहागनगरी ने एक बार फिर गंगा—जमुनी सभ्यता की मिशाल पेश की। हिन्दू और मुस्लिम धर्म गुरुओं ने एक ही गाड़ी पर बैठकर लोगों को भाई चारा कायम रखने की सीख दी। वहीं शांति व्यवस्था बनाए रखने का पैगाम भी दिया। इस दौरान दोनों धर्म गुरुओं ने समाज के लोगों ने भाई चारा कायम रखने और शांति व्यवस्था बनाए रखने में अपील की। दोनों वर्ग के धर्म गुरुओं ने गले लगकर बारावफात के त्यौहार की बधाई भी दी।

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अमन, चैन रहे कायम
मुस्लिम धर्म गुरु शहर काजी शाह नियाज अली और पंडित विजय आनंद गिरी ने गंगा जमुनी सभ्यता को जीवंत रखने के लिए प्रयास किए। दोनों एक मोटरसाइकिल पर साथ घूमे और शहर के गली मोहल्लों में जगह—जगह रुककर लोगों को शांति का पाठ पढ़ाया। शहर के भ्रमण के बाद मुस्लिम गुरु पंडित विजय आनंद गिरी को उनके मंदिर तक छोड़ने के लिए गए। वहां गले मिलकर सुख, शांति और अमन चैन के लिए प्रार्थना भी की। उन्होंने कहा कि कोर्ट का निर्णय हितकर है। इस पर किसी प्रकार की बहस नहीं होनी चाहिए।